Saturday, June 3, 2023
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WTC Final: केएस भरत या ईशान किशन, किसे मिलना चाहिए AUS के खिलाफ मौका? जानें पूर्व कोच की राय

ANI

भरत बल्ले से कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके है वहीं, ईशान फिलहाल अच्छे फॉर्म में नजर आए। ऐसे में दोनों में से किसे प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जाए। भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने इसपर इपनी राय रखी है।

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 7 जून से इंग्लैंड के द ओवल में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) का फाइनल मुकाबला खेला जाएगा। हालांकि, इसको लेकर भारत के समक्ष एक बड़ी चुनौती है। बड़ा सवाल यही है कि प्लेइंग इलेवन में विकेटकीपर के रूप में किसे शामिल किया जाए। दरअसल, भारत की पहली पसंद के विकेटकीपर ऋषभ पंत कार दुर्घटना में चोटिल हो गए थे और वह इससे उबर रहे हैं तो वहीं, उनके विकल्प के तौर पर देश जा रहे लोकेश राहुल की भी दाहिनी जांघ की सर्जरी की वजह से बाहर हैं। फिलहाल टीम में केएस भरत और ईशान किशन विकेटकीपर के तौर पर शामिल है। भरत इससे पहले बोर्डर-गावस्कर श्रृंखला के दौरान विकेटकीपिंग की थी। वहीं, ईशान को डेब्यू करना है।

भरत बल्ले से कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके है वहीं, ईशान फिलहाल अच्छे फॉर्म में नजर आए। ऐसे में दोनों में से किसे प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जाए। भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने इसपर इपनी राय रखी है। रवि शास्त्री ने कहा कि आपको देखना होगा कि कौन बेहतर विकेटकीपर है। क्या यह भरत है या ईशान किशन? अब तथ्य यह है कि भरत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौका दिया गया था जहां उन्होंने सभी टेस्ट मैच खेले थे, मुझे लगता है कि वह एकादश में चुने जाने के लिए स्पष्ट पसंद होंगे। दूसरी ओर ईशान को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौका नहीं मिला और आईपीएल के दौरान राहुल के चोटिल होने के बाद उन्हें डब्ल्यूटीसी की भारतीय टीम में शामिल किया गया। 

भारत और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के अनुभवी विकेटकीपर दिनेश कार्तिक को लगता है कि भरत के अनुभव को उन्हें डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए स्वत: पसंद बनाना चाहिए। कार्तिक ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि भरत आसान पसंद होंगे क्योंकि इशान किशन को पदार्पण करना है और सीधे विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में खेलना उम्मीद से कुछ ज्यादा हो जाएगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘और तथ्य यह है कि केएस भरत शायद बेहतर विकेटकीपर होने के कारण अपना पलड़ा भारी कर देते हैं। इसलिए मुझे लगता है कि वे फाइनल के लिए केएस भरत के साथ जाएंगे। भरत ने सिर्फ चार टेस्ट खेले हैं लेकिन लंबे प्रारूप में 90 प्रथम श्रेणी के मैचों का उनका घरेलू अनुभव उनका पलड़ा भारी करता है। दूसरी ओर इशान ने अभी टेस्ट में पदार्पण नहीं किया है और उन्होंने 48 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं। इशान ने भरत की तुलना में बल्ले से अधिक उपलब्धि हासिल की है। 

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