योगेश कुमार गौतम, बालाघाट। पति के गुजरने के बाद मुसीबतें बरस पड़ी थीं। बच्चों की परवरिश और बेटी का फुटबालर बनने का सपना साकार करने घरों में खाना बनाया, बर्तन मांझे, झाड़ू-पोंछा किया। संघर्ष की ये दास्तां हैं उस मां की, जिसकी बेटी ने हाल ही में सीनियर नेशनल फुटबाल टीम में अपनी जगह पक्की की है। बालाघाट की हेमलता सिसोदिया और उनकी बेटी प्रिया की चर्चा आज पूरे प्रदेश में हो रही है।
बुधवार को प्रिया का चयन भिलाई में होने वाली सीनियर नेशनल महिला फुटबाल टूर्नामेंट में हुआ। प्रिया आज सोमवार को जम्मू-कश्मीर के खिलाफ पहले मैच में मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व करेगी। प्रिया के जीवन में ऐसा भी वक्त आया जब उन्हें जूते, फुटबाल खरीदने के लिए भी दूसरों का सहारा लेना पड़ता था।
हेमलता ने बताया कि पति जितेंद्र का अप्रैल 2021 को कोरोना के कारण निधन हो गया था। परिवार की माली हालत गड़बड़ा गई, लेकिन हिम्मत नहीं हारी। दूसरों के घरों में झाड़ू-पोछा किया, बर्तन साफ किए, खाना पकाया और परिवार को संभाला। सिसोदिया परिवार के मुश्किल दिनों में प्रिया के कोच सुनील यादव ने हर मोड़ पर साथ दिया। उनकी एकेडमी में ही प्रिया ने फुटबाल की बारीकियां सीखी हैं।
लड़कों के साथ की प्रैक्टिस
प्रिया ने बताया कि पिता जितेंद्र सिसोदिया (43) टेलर थे, उनका जाना बुरे सपने जैसा था। रिश्तेदार कहा करते थे, फुटबाल खेलने से भला नहीं होगा, पढ़ाई पर ध्यान दो। मम्मी के सहयोग से प्रैक्टिस जारी रखी। करीब पांच साल पहले प्रिया ने फुटबाल खेलना शुरू किया था। कई दिनों तक लड़कों के साथ प्रैक्टिस की।
बालाघाट की चार खिलाड़ियों का नेशनल ट्रेनिंग कैंप के लिए चयन
कटंगी में चार से छह मार्च 2023 तक हुई राज्य स्तरीय महिला फुटबाल प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर जिले की चार महिला खिलाड़ी प्रिया सिसोदिया, ज्वाला डहरवाल, उमा उईके और मोनिका यादव का नेशनल ट्रेनिंग कैंप के लिए चयन हुआ था। 12 दिनों तक मुलना स्टेडियम में चले प्रशिक्षण के दौरान सीनियर नेशनल महिला टीम के लिए 22 महिला खिलाड़ियों को चयन किया गया। इसमें बालाघाट से इकलौती खिलाड़ी प्रिया सिसौदिया भी हैं।
Posted By: Hemant Kumar Upadhyay
Source link
Recent Comments