Bhind News: भिंड.नईदुनिया प्रतिनिधि। भिंड में मेडिकल कालेज खोले जाने का सपना पूरा होता नजर आ रहा है। सोमवार से शुरू हुए मप्र विधानसभा बजट सत्र में राज्यपाल ने इसे विधानसभा अधिवेशन के अभिभाषण में शामिल किया। एक मार्च को विधानसभा बजट पेश किया जाना है। बता दें कि पांच फरवरी को शहर के राजीव गांधी खेल मैदान में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भिंड में मेडिकल कालेज खोले जाने की घोषणा मंच से की थी। इसके बाद इंटरनेट मीडिया पर भिंड में मेडिकल कालेज खोले जाने की घोषणा को महज आश्वासन बताया जा रहा था।
जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी
सोमवार से शुरू हुए बजट सत्र में मप्र विधानसभा अधिवेशन में राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने इसे अभिभाषण में शामिल किया। बता दें कि जिले में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहद कमी है। स्थिति यह है कि 20 लाख की आबादी के बीच एक मेडिसिन एमडी है। वह भी परमानेंट नहीं, बल्कि संविदा पर है। जिला अस्पताल में हर दिन डाक्टरों की ड्यूटी लगाने के लिए अस्पताल प्रबंधन को संघर्ष करना पड़ता है। ऐसे में भिंड में मेडिकल कालेज खुलने एक तरफ जहां लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त होंगी, वहीं दूसरी तरफ रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
बेहतर उपचार के लिए 80 किमी का तय करना पड़ता है सफर
जिले में एक सिविल अस्पताल, छह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, 21 प्राथमिक उपस्वास्थ्य केंद्र और 190 उप-स्वास्थ्य केंद्र हैं। वहीं जिला अस्पताल समेत इन अस्पतालों में क्लास वन और टू को मिलाकर डाक्टरों की संख्या महज 100 है। जिले की आबादी के बीच डाक्टरों की संख्या न के बराबर है। ऐसे में जिले को मेडिकल कालेज की बेहद आवश्यकता है। वर्तमान में जिलेवासियों को अगर उपचार कराना हो या फिर विशेषज्ञों की सलाह लेनी हो तो उन्हें 80 किमी दूर का सफर तय करके ग्वालियर जाना पड़ता है। इस वजह से कई गंभीर मरीजों को समय पर बेहतर उपचार न मिल पाने की वजह से दम तोड़ देते हैं।
विशेषज्ञ डाक्टरों के 25 पद खाली पड़े हैं
जिला अस्पताल में यूं तो विशेषज्ञ डाक्टरों के 39 पद हैं, लेकिन इसमें से महज 14 विशेषज्ञ ही डाक्टरा हैं। ऐसे में 25 विशेषज्ञ डाक्टरों के पद खाली पड़े हुए हैं। जिले में मेडिकल कालेज खुल जाने से अलग-अलग विधाओं के विशेषज्ञ डाक्टरों की कमी पूरी होने के साथ ही मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ होगा। इसके साथ ही गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों को उपचार कराने व जांच कराने के लिए जिले से बाहर नहीं भटकना पड़ेगा, जिले में मेडिकल कालेज खुलने से स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ रोजगार के अवसर बढ़ेगे। कालेज खुलने से स्थानीय करीब पांच हजार लोगों को सीधा रोजगार मिलेगा। कालेज में करीब एक हजार सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति होगी, इसके बाद सुरक्षाकर्मी, वाहन सुविधा, भोजन व्यवस्था संभालने के लिए कर्मचारियों की नियुक्ति की जाएगी।
बढ़ेंगे राेजगार के अवसर
कालेज खुलने से जहां मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी। वहीं दूसरी तरफ रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
डा देवेश शर्मा, जिला स्वास्थ्य अधिकारी भिंड
अभिभाषण में मेडिकल कालेज को लिया
राज्यपाल के अभिभाषण में मेडिकल कालेज को लिया गया है। ये ऐसे लोगों के मुंह पर तमाचा है, जो मेडिकल कालेज को कोरी घोषणा बता रहे थे। हम कालेज के लिए एक कदम आगे बढ़ चुके हैं।
संजीव सिंह, विधायक भिंड
Posted By: Nai Dunia News Network
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