Publish Date: | Thu, 23 Feb 2023 03:13 PM (IST)
भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। शाहपुरा तालाब, पार्क और पर्यावरण परिसर के आसपास हर साल बड़ी संख्या में प्रवासी पक्षी पहुंचते हैं। यह पक्षी ठंड शुरू होने से पहले भोपाल में आकर विभिन्न जगहों पर अपना डेरा डाल देते हैं और होली तक यहीं रुकते हैं। लेकिन लगातार कम होती हरियाली और बढ़ते प्रदूषण के कारण इन पक्षियों की संख्या में कमी आ रही है। पक्षी विशेषज्ञों के अनुसार इन सब पक्षियों को संरक्षण के लिए इन क्षेत्र में प्रदूषण कम करने के साथ-साथ हरियाल को भी बढ़ाना होगा। बुधवार को भोपाल बर्ड्स और डब्लूडब्लूएफ संस्था के माध्यम से पर्यावरण परिसर में इस वर्ष की पहली पक्षी गणना आयोजित की गई। जिसमें दो टीमों को 60 से ज्यादा प्रवासी और स्थानीय पक्षियों की प्रजातियां मिलीं।
30 पक्षी प्रेमियों ने दो टीमों में शाहपुरा तालाब से लेकर पर्यावरण परिसर, प्रशासन अकादमी और आसपास के क्षेत्र में सुबह के समय विभिन्न पक्षी प्रजातियों को खोजने का काम किया। गणना में दोनों टीमों का प्रतिनिधित्व भोपाल बर्ड्स से डा. संगीता राजगीर और मो. खालिक ने किया। वहीं डब्लूडब्लूएफ से ऐश्वर्या लघाटे और अजय मिश्रा मौजूद रहे। दोनों टीमों ने सुबह छह से नौ बजे तक विभिन्न स्थानों पर इन पक्षियों को चिन्हित किया।
मिले इन प्रजातियों के पक्षी
गणना के दौरान दोनों टीमों ने कामन आयोरा, ग्रीन बीइटर, पर्पल सनबर्ड, इंडियन राबिन, लार्ज इग्रेट, लिटिल इग्रेट, पांड हेरान, ऐसी परिनिया, गोल्डन ओरियल, कापर स्मीथ बारबेट जैसी स्थानीय प्रजातियों को चिन्हित किया गया। इसके अलावा टीमों ने प्रवासी पक्षियों जैसे रुड्डी शेल्डक, गार्गेनी, स्पाट बिल डक, लार्ज कोर्मोरेंट, मार्श सैंडपाइपर, वुड सैंडपाइपर, लैसर व्हीट थ्रोट, ब्लैक रेडस्टार्ट जैसी प्रजातियों को चिन्हित किया। इसके अलावा भी कई अन्य प्रजातियों की पक्षी मिले।
Posted By: Ravindra Soni
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