Publish Date: | Thu, 23 Feb 2023 02:38 PM (IST)
संत हिरदाराम नगर स्टेशन पर नाबालिगों को आरपीएफ, चाइल्ड लाइन ने भोजन-पानी उपलब्ध कराकर उन्हें उनके गंतव्य तक सुरक्षित पहुंचने का प्रबंध किया।
भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। संत हिरदाराम नगर स्टेशन पर मंगलवार को आरपीएफ को मिले आठ किशोरों को सुरक्षित उनके घर तक पहुंचा दिया गया है। ये किशोरवय बालक पश्चिम बंगाल के मधुबनी से मजदूरी करने मप्र के उज्जैन शहर आए थे, लेकिन लंबे समय तक काम करने के बाद भी जब इनको मजदूरी नहीं मिली तो यह खाली हाथ ही अपने घर की ओर चल पड़े। इन सबके पास बिस्किट के पैकेट खरीदने के पैसे भी नहीं थे, लेकिन संत हिरदाराम नगर पर गश्त कर रहे आरपीएफ के जवान इनके लिए देवदूत बनकर सामने आए। जवानों ने जब इनसे पूछताछ की तो इन्होंने अपनी परेशानी को बताई, जिसके बाद इन्हें चाइल्ड लाइन भोपाल के सुपुर्द किया गया और बाद में बाल कल्याण समिति के आदेश पर सभी को भोजन-पानी उपलब्ध कराकर सुरक्षित उनके घर तक पहुंचा दिया गया।
चाइल्ड लाइन के अधिकारियों के अनुसार इन सभी बच्चों की उम्र 15 से 17 साल के बीच है। सभी ने पूछताछ में एक ही बात बताई। अधिकारियों के मुताबिक सभी बच्चे भूखे थे और इन्होंने 24 घंटे से कुछ भी नहीं खाया था। इस कारण बगैर पैसे के ही जनरल डिब्बे में सफर कर रहे थे।
यह है मामला
मंगलवार को संत हिरदाराम नगर स्टेशन पर ट्रेन 11466 जबलपुर-राजकोट एक्सप्रेस के रुकते ही पानी की तलाश में आठ किशोर स्टेशन पर उतरे। इस दौरान स्टेशन पर गश्त कर रहे आरपीएफ के एएसआइ भूपेंद्र कुमार, हेड कांस्टेबल आरके मिश्रा और कांस्टेबल योगेंद्र शर्मा की नजर इन पर पड़ी। तो किशोरों के साथ कोई वयस्क न होने पर उनसे पूछताछ की गई तो बच्चों ने अपनी परेशानी जवानों को बताई। इन बच्चों के पास टिकट और पैसे न होने के कारण इन्हें चाइल्ड लाइन के अधिकारियों को सौंपा गया। बाद में चाइल्ड लाइन के अधिकारियों ने इनसे पूछताछ कर इन्हें भोजन करवाया और भोजन-पानी देकर मधुबनी के लिए रवाना किया।
Posted By: Ravindra Soni
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