Chhatapur News: छतरपुर /बिजावर. नईदुनिया प्रतिनिधि। बिजावर के ललगुवां गांव में 30 फीट गहरे बोरवेल में गिरकर मौत को हराकर वापस निकली तीन वर्षीय नैंसी उर्फ राशि अब पूरी तरह से स्वस्थ है। बोरवेल से निकाले जाने के 12 घंटे तक उसे बिजावर के अस्पताल में डाक्टरों की निगरानी में रखा गया था। तबीयत में पूरी तरह से सुधार होने पर नैंसी को सोमवार सुबह 10 बजे एंबुलेंस में बैठाकर घर भिजवा दिया गया है। पुलिस अब खुला बोरवेल छोड़ने वाले खेत मालिक पर एफआइआर के लिए मंथन कर रही है। बिजावर थाना प्रभारी संदीप दीक्षित को इस संबंध में आला अधिकारियों से निर्देश मिले हैं।
यह था पूरा मामला
यहां बता दें, बिजावर थाना क्षेत्र के ग्राम ललगवां निवासी रवि विश्वकर्मा ने गांव के पूर्व सरपंच दीपू लटोरिया से खेत बटाई पर लिया था। रविवार दोपहर में रवि अपनी पत्नी रोशनी देवी, बेटी नैंसी के साथ खेत में काम करने के लिए गए थे। रवि की पत्नी मटर बीन रहीं थी। इस दौरान नैंसी खेत में ही खेल रही थी। अचानक से नैंसी खेत में खुले बोरवेल में गिर गई थी। साथ खेल रहे बच्चे ने नैंसी की मां को उसके बोरवेल में गिरने की जानकारी दी। नैंसी की मां जब बोरवेल के पास पहुंची तो उसमें से उसके रोने की आवाज सुनाई दी। उन्होंने दौड़कर पति को बुलाया। रवि ने पुलिस को सूचना दी। नैंसी के गिरने की सूचना पर कलेक्टर संदीप जीआर, एसपी सचिन शर्मा खुद दल बल के मौके पर पहुंचे थे। पांच जेसीबी से बोरवेल के समकक्ष गड्ढा खुदवाने का कार्य किया गया।
चार घंटे की मशक्कत, जिले में 15 माह में तीसरी घटना
चार घंटे की मशक्कत में रस्सी की मदद से नैंसी को सकुशल निकाल लिया गया था। जिले में पिछले 15 माह में बोरवेल में बच्चे गिरने की यह तीसरी घटना है। ऐसे में अब पुलिस एफआइआर की तैयारी कर रही है। 29 जून को पठापुर रोड के गांव में जब पांच वर्षीय मासूम दीपेंद्र यादव बोरवेल में गिरा था तब भी पुलिस ने एफआइआर की थी।
नैंसी ने बिस्किट, दाल-रोटी खाई
बिजावर बीएमओ डा. मनोज पाल ने नईदुनिया रिपोर्टर को बताया कि रेस्क्यू आपरेशन के बाद रात में नैंसी को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। रात में नैंसी को प्राथमिक उपचार दिया गया था। उपचार के कुछ देर बाद ही नैंसी ने खाने के लिए मांग की थी। इस पर पहले उसे बिस्किट दिए गए। बाद में दाल रोटी खाने के लिए दी गई। डा. पाल ने बताया कि सुबह करीब 10 बजे पूर्ण चेकअप के बाद जब नैंसी को स्वस्थ पाया गया तो उसे मां-पिता के साथ घर भेज दिया गया है। डाक्टर का कहना है कि नैंसी अब पूरी तरह से स्वस्थ है।
80 फीट गहरा है बोरवेल, 30 फीट पर फंसी
ललगुवां गांव में जिस बोरवेल में नैंसी गिरी उसकी गहराई 80 फीट बताई जा रही है। बोर खनन के बाद पानी नहीं मिला तो उसे खुला ही छोड़ दिया गया था। गनीमत यह रही कि नैंसी बोरवेल में 30 फीट की गहराई पर फंसी रही। इससे पुलिस और प्रशासन को नैंसी को बचाने के लिए रेस्क्यू करने में कुछ हद तक सहूलियत रही। यहां बता दें, कलेक्टर की ओर से 16 दिसंबर 2021 को बोरवेल में बच्चा गिरने की घटना के बाद से ही सख्त रुख दिखाया गया था, लेकिन मैदानी अमला लगातार लापरवाही बरत रहा है। इसी का नतीजा बीते रोज देखने को मिला है। बोरवेल के मामले में अभी केस दर्ज नहीं किया गया है। इस बारे में अाला अधिकारियों से निर्देश लिए जा रहे हैं। संदीप दीक्षित, एसओ, थाना बिजावर
Posted By: Nai Dunia News Network
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