Friday, March 24, 2023
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Cricket In Indore: धूमकेतु की तरह उभरा मप्र क्रिकेट… फिर हो रहा धुआं

Publish Date: | Mon, 06 Mar 2023 09:53 AM (IST)

Cricket In Indore: कपीश दुबे, इंदौर। मध्य प्रदेश के क्रिकेट ने गत वर्ष धूमकेतु की तेजी से राष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी चमक बिखेरी थी, लेकिन एक साल बीतने के बाद प्रदेश का क्रिकेट अर्श से फिर फर्श की ओर खिसकता नजर आता है। मप्र टीम अब न रणजी चैंपियन है और ईरानी ट्राफी में भी हमें 238 रनों से करारी हार मिली है।

पिछले साल मप्र टीम 88 वर्ष में पहली बार रणजी चैंपियन बनी थी। गत सत्र में मप्र टीम हर मैदान, हर विपक्षी और हर हालात में चैंपियन नजर आ रही थी, मगर इस बार नाकआउट दौर से ही हम कभी भी चैंपियन नहीं दिखे। व्यक्तिगत प्रदर्शन भी कमजोर रहा। घरेलू क्रिकेट के शीर्ष पांच बल्लेबाजों या गेंदबाजों में भी नहीं है। पिछले साल प्रदेश के 11 खिलाड़ी एकसाथ विभिन्न टीमों में चुने गए थे। मगर सत्र के समापन के समय कोई भी खिलाड़ी भारतीय टीम में नहीं है। वनडे टीम में रजत पाटीदार शामिल हुए थे, लेकिन उन्हें अवसर नहीं मिला। राहत इतनी रही कि सत्र में मप्र की अंडर-25 (वनडे) और अंडर-16 (विजय मर्चेंट ट्राफी) टीमें उपविजेता बनी।

कमजोर कड़ी

1 -गत सत्र में जहां पूरी टीम इकाई के रूप में प्रदर्शन कर रही थी, वहीं इस सत्र में प्रदर्शन टुकड़ों में बंटा था। गत टीम की तुलना में कई बदलाव टीम में किए गए।

2 – कप्तान आदित्य श्रीवास्तव का बल्ला किसी भी मैच में नहीं चला और वे टीम की कमजोर कड़ी रहे। कोच चंद्रकांत पंडित का उन्हें लगातार मौके देना निर्णायक मैचों में टीम को भारी पड़ा। चैंपियन टीम में शामिल पार्थ साहनी को पूरे सत्र में बाहर रखा।

3 -सेमीफाइनल जैसे अहम मैच में वेंकटेश अय्यर को अंतिम एकादश में शामिल किया, जबकि वे चोट के कारण सत्र में कोई मैच नहीं खेले थे। बिना मैच फिटनेस के उन्हें सीधे अंतिम एकादश में शामिल किया। मैच में न वे रन बना सके, न उन्होंने गेंदबाजी की।

4 -टीम का संतुलन बिगड़ा। सामंजस्य भी ठीक नहीं था।

हमारी शुरुआत अच्छी थी, लेकिन इस बार हमारी बल्लेबाजी कमजोर रही। पिछले सत्र की तरह रन नहीं बने। रणजी ट्राफी और ईरानी ट्राफी में खिलाड़ियों का प्रदर्शन उनके नाम के अनुरूप नहीं रहा। ईरानी ट्राफी में हमें संघर्ष करना चाहिए था, लेकिन लगता है खिलाड़ियों ने जल्दी हथियार डाल दिए।

– चंद्रकांत पंडित (कोच, मप्र टीम)

गत सत्र में मप्र का प्रदर्शन

मप्र ने 22 से 26 जून 2022 तक बेंगलुरु में खेले गए फाइनल में मुंबई को छह विकेट से हराया था। सेमीफाइनल में बंगाल को 174 रनों से और क्वार्टर फाइनल में पंजाब को 10 विकेट से हराया था। लीग में भी मप्र अपराजेय रहा था। सत्र में सर्वाधिक रन बनाने वाले शीर्ष पांच बल्लेबाजों में तीन नाम रजत पाटीदार (658 रन), यश दुबे (614 रन) और शुभम शर्मा (608 रन) मप्र के थे। शीर्ष पांच गेंदबाजों में मप्र के कुमार कार्तिकेय सिंह (32 विकेट) और गौरव यादव (23 विकेट) शामिल थे।

वर्तमान सत्र में मप्र का प्रदर्शन

सेमीफाइनल में मप्र को अपने ही घर में बंगाल से 306 रनों से करारी हार मिली। इसी टीम को पिछली बार मप्र ने 174 रनों से हराया था। इससे पहले क्वार्टर फाइनल में हम जीते जरूर, लेकिन यह आंध्र प्रदेश की हार ज्यादा थी। आंध्र की टीम ने पहली पारी में बढ़त ले ली थी। मगर उनके कप्तान हनुमा विहारी का हाथ फ्रेक्चर हो गया, जिससे टीम का संतुलन बिगड़ा। शीर्ष 10 बल्लेबाजों में भी मप्र से कोई नहीं। गेंदबाजों में आवेश खान (38 विकेट) 10वें स्थान पर रहे।

बेटियों ने बढ़ाया मान

मप्र की महिला अंडर-19 टी-20 स्पर्धा में टीम चैंपियन थी। यह टूर्नामेंट पहली बार हुआ और मप्र को इसका पहला चैंपियन बनने का गौरव मिला। भोपाल की सौम्या तिवारी अंडर-19 महिला विश्व कप टीम की सदस्य थीं। उन्हीं के बल्ले से विजयी रन निकला था। शहडोल की पूजा वस्त्रकार भारतीय टीम की नियमित सदस्य हैं। महिला आइपीएल में उन्हें एक करोड़ 90 लाख रुपये में मुंबई इंडियंस ने खरीदा है।

Posted By: Sameer Deshpande

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