दमोह, नईदुनिया प्रतिनिधि। दमोह शहर के जबलपुर नाका निवासी पुष्पा खरे का गुम हुआ तोता बेटू आखिर मिल ही गया। इसकी खोज के लिए परिवार के लोगों ने 1000 रुपये का इनाम रखा था। तोते को पाकर परिवार के लोगों की खुशियों का ठिकाना नहीं रहा। तोता जख्मी हालत में मिला है जिसका इलाज चल रहा है। सोमवार सुबह जैसे ही आमचोपरा गांव निवासी एक यादव परिवार इस तोते को लेकर खरे परिवार के घर पंहुचा तो परिवार के लोग खुशी से झूम उठे और अपने बेटू की मनपसंद चीजें उसके खाने के लिए रखी गई और सोने के लिए बिस्तर लगाया गया। पुष्पा खरे ने बताया की उनका तोता बेटू जब उड़कर घर से चला गया था तो उसके पीछे कौए पड़ गए थे जिन्होंने चोंच मारकर उसे घायल कर दिया और तोता अपनी जान बचाने के लिए एक यादव परिवार के घर पहुंच गया। जहां घर की महिला ने तोते को घायल अवस्था में देखा तो उसे गोद में उठा लिया। उन्होंने अपने घर के लोगों को तोते के मिलने की जानकारी दी और न्यूज के माध्यम से तोते के गुम होने की जानकारी भी उन्हे मिल गई थी। तोता मिलने के बाद वह तोते को लेकर श्रीमती खरे के घर पहुंचे। अपने बेटे की तरह तोते को पालने वाले इस परिवार ने जब तोते को देखा तो उसे अपने हाथों में ले लिया और जब एक हजार रूपये इनाम देने की बात यादव परिवार से कही तो उन्होंने कहा पहले अपने तोते का इलाज करवा लीजिए पैसा कोई बड़ी बात नहीं है।
23 मार्च को खो गया था तोताः
दरअसल जबलपुर नाका शक्ति नगर निवासी पुष्पा खरे के घर में एक तोता पला था जिसे परिवार के लोग अपने घर के सदस्य की तरह रखते थे और पूरा दिन तोता परिवार के लोगों के बीच रहता था। 23 मार्च को तोता कहीं खो गया और काफी तलाश करने के बाद भी कोई सुराग नहीं लगा। इसके बाद पुष्पा खरे के द्वारा शहर में पोस्टर लगवाए जिसमें लिखा की मेरा तोता 23 मार्च गुरुवार को उड़ गया है। आपने इसे किसी के घर पर या पेड़ पर देखा हो। ये मिठ्ठू पुच्चूए बेटू बोलता है। जो भी व्यक्ति इसकी जानकारी देगा उसे 1000 रुपये और जिसके घर पर होगा उसे भी 1000 रुपये का इनाम दिया जाएगा। शहर के चौराहों पर इसी तरह के पोस्टर लगे थे और एनाउंस किया जा रहा था।
दुख में चार दिनों तक स्वजनों ने कुछ नहीं खायाः
पुष्पा खरे ने बताया था की वह 23 मार्च की सुबह दूध वाले का हिसाब करने गेट खोलकर बाहर आई थी। इसी दौरान उनका तोता घर से बाहर निकल गया। हम लोगों ने चार दिन से कुछ नहीं खाया और रोते हुए अपने तोते की खोज में लगे हैं। वह किसी के घर पर उतर गया है। उनकी बेटी शालीन जो उदयपुर में पढ़ती है उसने जब सुना की तोता गुम गया है तो वह भी वापस दमोह आ गई है। शालीन खरे ने कहा की वह उदयपुर से अपने बेटू को खोजने दमोह पहुंची है। जिसे भी उनके तोते के बारे में जानकारी मिले वह जरूर बताएं। सोमवार सुबह जब तोता घर पहुंचा तो परिवार के लोगों ने खुशी के आंसू आ गए और उन्होंने मीडिया को धन्यवाद दिया। तोते की पसंद के फल और अन्य खाने की चीजें रखी गई।
Posted By: Nai Dunia News Network
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