आशीष शुक्ला/विख्यात मंडल, डिंडौरी/मंडला। इन दिनों में मध्य प्रदेश के डिंडौरी और मंडला जिले के कई चर्चों में ताले लटके हुए हैं। यह सब अचानक नहीं हुआ बल्कि इनके कर्ता-धर्ता पुलिस और प्रशासन की जांच के कारण डरकर भागे-भागे घूम रहे हैं। दरअसल, इसी महीने डिंडौरी जिले के जुनवारी गांव और मंडला जिले के घोरेघाट में संचालित मिशनरी स्कूल में जब यौन शोषण और मतांतरण का मामला उजागर हुआ तो आरोपितों को पकड़ने के लिए पुलिस ने शिकंजा कसा और प्रशासन ने सरकारी अनुदान में गड़बड़ी की जांच शुरू की। इसके बाद डिंडौरी के दो व मंडला जिले के चार चर्चों में ताले जड़कर पादरी और अधीनस्थ स्टाफ भाग गया है। कई अन्य गांवों में पादरी स्कूलों को भी स्थानीय स्टाफ के भरोसे छोड़कर भाग गए हैं।
डिंडौरी में चर्च सूने, नहीं आ रही बाहरी लोगः
डिंडौरी जिले के दिवारी, कोको में भी संचालित चर्च में ताला लटका हुआ है। यहां के पादरी गायब है। जुनवानी चर्च का पादरी सनी फादर यौन शोषण का मामला दर्ज होने के बाद पांच मार्च से ही फरार है। यहां चर्च बंद जैसी स्थिति में है। यहां दूसरे गांवों से आने वाले लोग नहीं पहुंच रहे हैं। सुंदरपुर और अमरपुर के चर्च के पादरियों को पुलिस की पूछताछ में पोल खुलने का डर है। इसलिए वे गायब हो गए हैं। जिले के दुहनिया और दुल्लोपुर चर्च और स्कूल की जांच में भी गंभीर अनियमितताएं उजागर हुई हैं। यहां मिशनरियों की आना-जाना कम हो गया है।
मंडला जिले के इन चर्चों में लटके मिले तालेः
मवई थाना क्षेत्र के घोरेघाट ग्राम पंचायत में संचालित मिशनरी स्कूल सेंट जोसेफ के चर्च में ताला लगा है। यहां का पादरी जीबी सेबेस्टियन मामला दर्ज होने के बाद से नौ मार्च से फरार है। अन्य स्टाफ भी गायब है। सकवाह और धनगांव चर्च में जब डिंडौरी पुलिस फरार पादरी की तलाश में पहुंची तो यहां ताला लटक रहा था। परसाटोला चर्च में भी जिम्मेदार नजर नहीं आए। बिछिया थाना के घुटास का चर्च भी बंद मिला। यहां पादरी सहित अन्य जिम्मेदार गायब हैं।
मंडला में सर्व आदिवासी जनजातीय समाज मुखरः
घोरेघाट में रविवार रात सर्व आदिवासी जनजातीय समाज की बैठक में निर्णय लिया गया कि चर्च व ईसाई मिशनरी को घोरेघाट को क्षेत्र से पूरी तरह हटाया जाए। ईसाई मिशनरियों के अवैध कब्जे की जमीन को भू स्वामियों को वापस कराने और अभिलेखों की जांच कराए जाने की मांग भी की गई है। बैठक में तय किया गया कि जल्दी ही इन मांगों को लेकर आंदोलन किया जाएगा।
इन्होंने यह कहा..
जुनवानी मामले में आरोपित पादरी सनी की तलाश में डिंडौरी सहित मंडला जिले के चर्चों की जांच की जा रही है। मंडला जिले के घोरेघाट, सकवाह,धनगांव और घुटास चर्च में जांच के दौरान ताला लटका मिला। यहां पादरी सहित कोई भी स्टाफ नहीं मिला। इसी तरह डिंडौरी जिले के दिवारी और कोको चर्च में भी ताला लटका है।
– धीरज राज, थाना प्रभारी समनापुर
पादरियों और मिशनरी संस्थाओं के संचालकों द्वारा चर्चों में ताला लगाकर भागना कई संदेह पैदा कर रहा है। अगर सब कुछ ठीक-ठाक है तो उन्हें जांच से डरने की कोई आवश्यकता ही नहीं थी। यहां मतांतरण सहित अन्य संदिग्ध गतिविधियां होने की जानकारी लगातार सामने आती रही हैं। इसीलिए जिम्मेदार पूछताछ और कार्रवाई के डर से भाग रहे हैं।
-अवध राज बिलैया, भाजपा जिला अध्यक्ष, डिंडौरी
Posted By: Jitendra Richhariya
Source link
Recent Comments