Gwalior Drama News: ग्वालियर. नईदुनिया प्रतिनिधि। शहर के नाट्य प्रेमियों ने सोमवार की शाम दाल बाजार िस्थत नाट्य मंदिर में मराठी नाटक का मंचन देखा। प्रस्तुती का नाम कृतज्ञ मी कृतार्थ मी था। इसे अनंत शंकर ओगले लिखा, जबकि मधुबिंब का निर्देशन रहा। प्रस्तुती स्वतंत्रता नायक विनायक दामोदर सावरकर उर्फ तात्या राव और उनकी पत्नी यमुनाबाई उर्फ माई सावरकर के जीवन के इर्दगिर्द रखी गई।
नाटक के प्रथम दृश्य में यह देखा दर्शकों ने
नाटक के प्रथम दृश्य के साथ एक पर्दा दिखाई देता है, जो तात्याराव सावरकर और माई सावरकर के जीवन की कुछ पिछली घटनाओं को श्रव्य-दृश्य के माध्यम से दर्शकों तक पहुंचाता है। नाटक की शुरुआत तात्या राव के (झूठे और मनगढ़ंत) आरोप के न्यायलय में परीक्षण से होती है। कलाकार बताते हैं कि गांधीजी की मृत्यु के पीछे तात्या राव का हाथ था। बाईं ओर, हमें आरोपी के पिंजरे में वास्तविक तात्याराव को उन आरोपों का खंडन करते हुए देखने और सुनने को मिलता है और फिर धीरे-धीरे तात्या राव और माई सावरकर के जीवन में आए साहित्य और संस्कृति के क्षेत्र के प्रसिद्ध लोग, जिनमें दीनानाथ मंगेशकर से लेकर लता मंगेशकर, पृथ्वीराज कपूर से लेकर भालजी पेंढारकर आदि शामिल होते हैं। ये सभी किरदार स्वतंत्रता नायक विनायक दामोदर सावरकर उर्फ तात्या राव के जीवन से जुड़े पर्दों को उठाते हैं। तात्या राव के रूप में दर्शकों के बीच यतिन ठाकुर थे, जो अपनी कद काठी के चलते उन जैसे ही मंच से दिख रहे थे। माई सावरकर के किरदार में दीप्ति भागवत थीं। अन्य किरदारों भी दर्शकों पर अपने अभिनय की छाप छोड़ने में कामयाब रहे।
Posted By: anil tomar
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