Publish Date: | Mon, 27 Feb 2023 08:11 PM (IST)
Gwalior Health News: ग्वालियर नईदुनिया प्रतिनिधि। प्रदेशभर में सोमवार को रेडियोग्राफर्स ने सामूहिक अवकाश रखा। जिसके चलते अस्पतालों में मरीजों के एक्सरे नहीं हो सके। इससे उन्हें खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। मरीजों ने सरकारी अस्पताल में परामर्श तो लिया, लेकिन एक्सरे निजी लैब में कराने पड़े।
11 सूत्रीय हैं मांगें
प्रगतिशील रेडियोग्राफर्स संघ के संभागीय उपाध्यक्ष अजीत सिंह भदौरिया ने बताया कि संघ की 11 सूत्रीय मांगे हैं। जिनको लेकर संघ के आह्वान पर प्रदेश भर के रेडियोग्राफर,असिस्टेंट रेडियोग्राफर और डार्करुम अटेंडेंट एक दिवसीय अवकाश पर रहे। इस दिन जिला अस्पताल, सिविल अस्पताल, डिस्पेंसरी आदि में कोई काम नहीं हुआ। उनकी मांगों का समर्थन मेडिकल कालेज में पदस्थ रेडियोग्राफरों ने भी किया। भदौरिया ने बताया कि संघ की ओर से 23 जनवरी को शासन स्तर पर ज्ञापन सौंपा गया था, लेकिन इसका कोई सकारात्मक जवाब शासन की ओर से नहीं मिला। इस पर प्रदेश भर के रेडियोग्राफर्स ने एक राय होकर सामूहिक अवकाश लेकर शासन का ध्यान आकर्षित करने का कार्य किया है। यदि अब भी सरकार नहीं चेती तो सभी रेडियोग्राफर सामूहिक रूप से 15 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे।
यह हैं मांग
संभागीय उपाध्यक्ष भदौरिया ने बताया कि पिछले 24 साल से जोखिम भत्ते के रूप में 50 रुपये महीना मिल रहा है, जिसे बढ़ाने की मांग की गई है। रेडियोग्राफरों का कभी प्रमोशन नहीं होता, जिस पद पर भर्ती होते हैं उसी से सेवानिवृत हो जाते हैं। इसलिए प्रमोशन नीति बनाई जाए। वेतनमान बढ़ाया जाए और रेडियोग्राफर का पदनाम बदलकर रेडियोलाजी आफिसर रखा जाए। इस तरह की कुल 11 मांग हैं, जो शासन से की गई हैं। इन पर सरकार ने कोई विचार नहीं किया।
दिन भर हुए मरीज परेशान
रेडियोग्राफर के सामूहिक अवकाश पर जाने से मरीजों को खासी परेशानी उठानी पड़ी। सबसे अधिक परेशानी हड्डी वाले मरीजों को हुई। उन्हें इमरजेंसी में जांच कराने के लिए अस्पताल के बाहर जाना पड़ा। इससे उनकी पीड़ा और भी अधिक बढ़ गई। जबकि गंभीर मरीज को अस्पताल में भर्ती होने पर बेड पर ही एक्सरे करने की सुविधा दी गई है, लेकिन उन्हें इस सुविधा का लाभ मरीजों को नहीं मिल सका।
Posted By: anil tomar
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