Publish Date: | Mon, 27 Feb 2023 08:11 AM (IST)
Indore Crime News: इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। ग्रीन एनर्जी कंपनी में निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने का लालच देकर ठगी करने वाले गिरोह ने बड़ी ठगी को अंजाम दिया। इंदौर के 30 से ज्यादा लोगों ने जब ठगी की शिकायत क्राइम ब्रांच को की तो इसकी जांच शुरू हुई। प्रारंभिक जांच में करीब सवा सौ खातों की जानकारी हाथ लगी है। गिरोह ने देशभर में फर्जी खाते खुलवाए हैं। ज्यादातर खाते मजदूर, किसान, दुकानदारों के हैं। उनके नाम से कंपनी बनाकर इन खातों में सैकड़ों करोड़ का ट्रांजेक्शन किया।
एक खाता ऐसा मिला है, जिसमें डेढ़ अरब रुपये का ट्रांजेक्शन है। ज्यादातर खाते महाराष्ट्र की बैंकों के हैं। ओडिशा, राजस्थान और पश्चिम बंगाल समेत अन्य राज्यों के लोगों के दस्तावेज से ये खाते खुलवाए गए। फर्जीवाड़ा में अंतरराष्ट्रीय ठग गिरोह भी शामिल हैं, जिसके द्वारा ठगी कर विदेश में रुपये भेजने का अंदेशा है। घोटाला ‘जीई रिन्यूएबल एनर्जी’ के नाम पर हुआ है। क्राइम ब्रांच जितेंद्र सोनी, संदीप जोशी, नरेंद्र दवे की शिकायत पर जांच कर रही है।
सवा सौ से ज्यादा खातों का लेखा-जोखा मिला
शुरुआत में उक्त मामला 22 लाख रुपये की धोखाधड़ी का लगा।। बैंक से खातों की जानकारी मांगी, जिनमें निवेशकों से रुपये जमा करवाए थे, जब स्टेटमेंट देखा तो अफसर भी हैरान रह गए। रुपये एक खाते में जमा हुए व तीन अन्य खातों में ट्रांसफर कर निकाले गए। तीन दिन की जांच में सवा सौ से ज्यादा खातों का लेखाजोखा मिला, जिनमें रुपये जमा हुए और एक के बाद एक दूसरे बैंक खातों में ट्रांसफर किए गए। शुक्रवार को पुलिस के हाथ एक नंबर भी लगा जो फर्जी दस्तावेजों से लिया गया था।
ऐसे हुआ फर्जीवाड़ा
डीसीपी (अपराध) निमिष अग्रवाल के मुताबिक, 18 फरवरी को जितेंद्र सोनी, संदीप जोशी, नरेंद्र दवे की शिकायत पर केस दर्ज हुआ था। आवेदकों से पिछले साल अक्टूबर में लिंक के जरिए संपर्क हुआ था। जीई एनर्जी में निवेश का प्रलोभन दिया। दावा किया कि निवेश पर दोगुना तक राशि मिल सकती है। लोगों ने आइडी बनवाई व रिश्तेदार, परिचितों को भी जोड़ लिया। नवंबर 2022 में कंपनी ने बंपर स्कीम निकालकर कहा कि तीन दिन में निवेश करने पर ज्यादा मुनाफा होगा। लोगों ने करोड़ों रुपये जमा करवा दिए।
मुनाफा देोख झांसे में आ गए लोग
पहले मुनाफा जमा हुआ देख लोग झांसे में आ गए। फिर अचानक कंपनी के वाट्सएप व फोन बंद हो गए। पुलिस ने पहले 22 लाख 19 हजार रुपये की रिपोर्ट लिखी, लेकिन वाट्सएप 918276012834, 1 (530) 4240956, 1(419)7705331, 1(530)4240835, 1(530) 4250616 की जांच की तो पता चला नंबर विदेशी हैं, पर भारत में सक्रिय थे।
Posted By: Hemraj Yadav
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