Publish Date: | Thu, 23 Feb 2023 01:42 PM (IST)
Indore News: इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। नंदा नगर स्थित औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के शासकीय महिला ड्राइविंग केंद्र को दो साल पूरे हो चुके है। जहां महिलाओं को वाहन चलाने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। बीते दो साल में सात बैच निकल चुकी है, जिसमें 259 महिलाओं ने कार और ई-रिक्शा चलाना सिख लिया है। खास बात यह है कि इनमें 35 फीसद महिलाएं ऐसी है, जो सड़कों पर पुरूषों की तरह टैक्सी कार और ई-रिक्शा दौड़ती नजर आती है।
ड्राइविंग सिखकर ये महिलाएं अपने पैरों पर खड़ी हो चुकी है। यहां तक अपने परिवार का पालन में लगी है। अधिकारियों के मुताबिक तीन महिलाओं ने बीते दिनों भारी वाहन का प्रशिक्षण पूरा कर नगर निगम में नौकरी कर रही है।
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से आइटीआइ में 2021 में महिला वाहन चालक प्रशिक्षण केंद्र बनाया गया। इसके माध्यम से महिलाओं को रोजगार उपलब्ध करवाना था। 28-28 दिन का कार्यक्रम बनाया है, जिसमें थ्योरी और प्रैक्टिकल नालेज दिया जाता है। खास बात यह है कि वाहन चालने के अलावा गाड़ी से जुड़ी महत्वपूर्ण बातों की जानकारी देते है। ताकि वाहन खराब होने की स्थिति में मामूली गड़बड़ियों को महिलाएं खुद सुधार ले।
प्रभारी अनिल शर्मा के मुताबिक, दो साल में सात बैंच में 259 महिलाओं ने वाहन चलाना सिखा है। आठवीं बैच अगले कुछ दिनों में खत्म हो जाएगी। वैसे 24 छात्राएं प्रशिक्षण लेने में लगी है। नाममात्र पंजीयन शुल्क रखा है। वे बताते है कि ट्रैनिंग खत्म होने के बाद महिलाओं का लर्निंग लाइसेंस भी बनाकर देते है।
करीब 80 महिलाएं टैक्सी कार-ई-रिक्शा चला रही है। बीते दिनों स्वरोजगार के लिए ई-रिक्शा वाहन क्रय करने के लिए महिलाओं को आर्थिक रूप से मदद की गई। 25-25 हजार रुपये के चैक दिए गए। कुल 15 महिलाओं को 3 लाख 75 हजार की आर्थिक मदद की है। उन्होंने कहा कि तीन महिलाओं ने भारी वाहन का प्रशिक्षण पूरा किया है। इन दिनों नगर निगम में अपनी सेवाएं दे रही है।
Posted By: Sameer Deshpande
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