Publish Date: | Mon, 06 Mar 2023 05:17 PM (IST)
Indore News: इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। बरसों बाद कक्षा पांचवीं और आठवीं की बोर्ड परीक्षा करवाई जा रही है। 10 दिन पहले राज्य शिक्षा केंद्र ने परीक्षा का शेड्यूल भी जारी कर दिया है। फिलहाल विद्यार्थियों से परीक्षा फार्म भरवाए जा रहे हैं। इसमें दिव्यांग छात्र-छात्राओं को विशेष सुविधा दे रखी है। दिव्यांगता श्रेणी के आधार पर दिव्यांग विद्यार्थियों की परीक्षा फीस माफ की गई है। यह व्यवस्था निजी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को भी मिलेगी।
अधिकारियों के मुताबिक, कक्षा पांचवीं का 50 और आठवीं का 100 रुपये शुल्क निर्धारित किया गया है। कक्षा पांचवीं-आठवीं की परीक्षा 25 मार्च से शुरू होगी, जो अप्रैल तक चलेगी। राज्य शिक्षा केंद्र ने प्रत्येक जिले को स्कूलों की मैपिंग कर विद्यार्थियों की संख्या बताने के निर्देश दिए हैं। इंदौर जिले में 225 से अधिक सरकारी और निजी स्कूल शामिल हैं, जहां 90 हजार से ज्यादा छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं।
निजी स्कूलों के 40 हजार विद्यार्थी
अधिकारियों के मुताबिक, निजी स्कूलों की मैपिंग चल रही है। कुछ संस्थानों को जोड़ा जाना है। मौजूदा डाटा के मुताबिक, निजी स्कूलों से 40 हजार विद्यार्थी परीक्षा देंगे। उनमें 12 प्रतिशत विद्यार्थी दिव्यांगता की श्रेणी में आते हैं। राज्य शिक्षा केंद्र ने इन्हें दिव्यांगता अधिकार अधिनियम-2016 (नई शिक्षा नीति 2020) के आधार पर सुविधाएं दी है।
उपलब्ध कराएंगे राइटर
जो दिव्यांग विद्यार्थी हाथ से लिखने में सक्षम नहीं होगा, उसे लेखक उपलब्ध करवाया जाएगा। लेखक परीक्षार्थी की कक्षा से कम से कम एक वर्ष पूर्व की कक्षा का होना आवश्यक है। इस संबंध में निर्णय का अधिकार केंद्राध्यक्ष को रहेगा। लेखक का चयन केंद्राध्यक्ष करेगा। लेखक व परीक्षार्थी दोनों को अलग कक्ष में बैठाया जाएगा। दृष्टिबाधित परीक्षार्थी ब्रेललिपि में उत्तर देना चाहते हैं, उन्हें ब्रेललिपि में उत्तर लिखने की अनुमति प्रदान की जाए। ब्रेल में उत्तर लिखने में लगने वाले अधिक समय को ध्यान रखते हुए मूल्यांकन के लिए निर्धारित प्रत्येक घंटे पर 20 मिनट अधिक का समय भी दिया जाए।
दिव्यांगता का प्रमाण पत्र देना जरूरी
अधिकारियों के मुताबिक, दिव्यांग विद्यार्थियों से परीक्षा शुल्क नहीं वसूला जाएगा। इन्हें सिर्फ आवेदन भरकर जमा करना है। यह प्रक्रिया भी स्कूल स्तर पर होगी। दिव्यांगता का प्रमाण पत्र आवेदन में लगाना जरूरी है। जिला परियोजना समन्वयक अक्षय राठौर का कहना है कि दिव्यांग विद्यार्थियों को सुविधा प्रदान करने को लेकर प्रत्येक स्कूल को निर्देश दिए हैं। यहां तक दस मार्च तक जिले में परीक्षा देने वाले दिव्यांग विद्यार्थियों की संख्या निकालेंगे।
मिलेगा तीस मिनट का अतिरिक्त समय
दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए केंद्र ने इस बार बोर्ड परीक्षाओं में अलग-अलग सुविधा दी है। जैसे श्रवणबाधित-दृष्टिबाधित मानसिक पक्षाघात- सेरीब्रल पाल्सी, मानसिक मंदता, आटिज्म, डिस्केलकुलिया व डिसलेक्सि से पीड़ित परीक्षार्थी को अतिरिक्त समय दिया जाएगा। परीक्षा का समय तीन घंटे निर्धारित है, लेकिन दिव्यांग विद्यार्थियों को 30 मिनट अतिरिक्त दिया जाएगा।
Posted By: Hemraj Yadav
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