PM Modi Mann Ki Baat: इंदौर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात में परिजनों के अंगदान करने वाले परिवार से बात कर इसके बाद में देश के लोगों को जागरुक किया। अंगदान को लेकर इंदौर शहर देश में अपना नाम कर चुका है। यहां पिछले सात वर्षों में 44 ब्रेनडेड लोगों के परिजनों ने अंगदान का फैसला लेकर कई लोगों की जान बचाई है। इंदौर शहर में करीब 23 वर्ष पहले 22 अप्रैल 2000 को पहला अंगदान हुआ था, यहां विजय नगर निवासी बैंक अधिकारी ने अपने 14 साल के बेटे की मृत्यु के बाद अंगदान करने का फैसला लिया।
किडनी, लिवर, दिल और फेफड़ों ने बचाई कई की जान
इंदौर शहर में करीब सात वर्ष में 44 से अधिक ग्रीन कारिडोर के जरिए 16 दिल, 2 फेफड़े, 19 लिवर, 250 किडनी, 62 त्वचा और 1900 कार्निया ट्रांसप्लांट हुए हैं। अंगदान को लेकर इंदौर शहर से सीख लेकर अब बाकी शहरों में भी जागरुकता बढ़ने लगी है।
2015 से फिर शुरू हुआ सिलसिला
इंदौर शहर में अंगदान का सिलसिला 2015 में फिर शुरू हुआ, खरगोन जिले के निवासी रामेश्वर खेड़े को इंदौर में इलाज के दौरान ब्रेनडेड घोषित कर दिया गया था। इसके बाद उनके परिजनों ने उनके अंग दान करने का फैसला लिया। इसके बाद शहर में ग्रीन कारिडोर बनाकर उनके अंग दूसरे शहरों में जरूररतमंद मरीजों के लिए भेजे गए। इसके बाद यह सिलसिला सा चल पड़ा और 2016 में 12 लोगों ने अंगदान किया। 2017 में 16, 2018 में 6 और 2019 में तीन ब्रेनडेड लोगों के परिजनों ने अंगदान का फैसला लिया। कोरोना काल के दौरान शहर से अंगदान नहीं हो सका।
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