उज्जैन (नईदुनिया प्रतिनिधि)। उन्हेल क्षेत्र में बेटी की सगाई कार्यक्रम में मेहमानों के भोजन के लिए एक गाय काटी गई थी। गोमांस पकाने के मामले में तीन आरोपितों को पूर्व में ही गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर जेल भेजा जा चुका है। दो आरोपितों की तलाश है। जिले में गोकशी के मामले आते रहे हैं।
टीआइ अशोक शर्मा ने बताया कि गांव करनावद के जंगल में 17 फरवरी को गोवंश के अवशेष मिले थे। इसकी जानकारी मिलने पर पुलिस तथा हिंदूवादी संगठन के लोग भी पहुंचे थे। जांच में पुलिस को पता चला कि उन्हेल निवासी कालू पठान की पुत्री की सगाई का कार्यक्रम है, जहां गोमांस पकाया गया है।
इस पर पुलिस ने पकाई गई सामग्री के सैंपल लेकर जांच करवाई थी। इसमें गोमांस की पुष्टि हुई। पुलिस ने धारा 429 तथा 4, 6, 9 गोवंश वध प्रतिषेध अधिनियम के तहत केस दर्ज कर आजाद शाह उर्फ आजाद रबड़ निवासी करनावद रोड उन्हेल, शाकिर खान निवासी, आमिर उर्फ बब्बा निवासी पठान मोहल्ला उन्हेल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
मामले में कालू पठान व भय्यू की तलाश की जा रही है। पुलिस का कहना है कि कालू पठान खेती करता है। उसकी किराना दुकान भी है तथा एक व्यक्ति की आरा मशीन भी गिरवी रख रखी है। इसे वह संचालित करता है। पुलिस के पहुंचने से पहले ही कालू फरार हो गया था। जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
शिप्रा नदी में मिले थे गायों के सिर
मालूम हो कि इसी माह सात फरवरी को शांति पैलेस बायपास पर पुल के नीचे शिप्रा नदी में खाद की थैलियों में गायों के सात सिर मिले थे। तब आक्रोशित लोगों ने पुल पर रास्ता जाम किया था, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। यहां वर्ष 2007, 2020 और 2021 में भी गायों के अवशेष मिले थे।
शिप्रा में मिले गायों के सिर और सगाई कार्यक्रम में गोमांश पकाने के दोनों मामले अलग हैं। शिप्रा मामले में जांच चल रही है।
-सत्येंद्र कुमार शुक्ला, एसप
Posted By: Hemant Kumar Upadhyay
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