उज्जैन (नईदुनिया प्रतिनिधि)। केंद्रीय जेल भैरवगढ़ के कर्मचारियों के भविष्य निधि खातों से 15 करोड़ रुपये की राशि के गबन के मामले में शनिवार को पुलिस ने जेल अधीक्षक उषा राज व मुख्य आरोपित सहायक लेखा अधिकारी रिपुदमन सिंह को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था। दोनों को कोर्ट ने दो दिनों के पुलिस रिमांड पर सौंपा है। पुलिस दो जेलकर्मियों सहित तीन सटोरियों की तलाश में जुटी है। एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला ने बताया कि जेल के 100 कर्मचारियों के भविष्य निधि खातों से जेल के सहायक लेखा अधिकारी रिपुदमनसिंह व शैलेंद्र सिंह सिकरवार, धर्मेंद्र लोधी ने 15 करोड़ रुपये से अधिक की राशि निकाली है।
आरोपितों ने जेल अधीक्षक उषा राज की आइडी व पासवर्ड का उपयोग कर गबन कांड को अंजाम दिया है। शनिवार को पुलिस ने जेल अधीक्षक राज व मुख्य आरोपित रिपुदमन के खिलाफ धारा 420, 109, 467, 471, 34 एवं 120 बी में गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था, जहां से दोनों को कोर्ट ने दो दिन के पुलिस रिमांड पर सौंप दिया है। पुलिस दोनों आरोपितों को आमने-सामने बैठकार पूछताछ करेगी।
अब तक पांच आरोपित गिरफ्तार, पांच की तलाश पुलिस अब तक जेल अधीक्षक उषा राज, सहायक लेखाधिकारी रिपुदमन तथा निकास चौराहा निवासी हरीश गेहलोत, देवास निवासी रोहित चौरसिया तथा एमआर 5 रोड निवासी सुशील परमार को गिरफ्तार कर चुकी है। जेल प्रहरी शैलेंद्रसिंह सिकरवार, धर्मेंद्र लोधी तथा तीन सटोरियों ललित परमार, मंगेश व अमित मीणा की तलाश में जुटी है। आरोपित रिपुदमन तीनों के पास सट्टा लगाता था। उसने लाखों रुपये तीनों के बैंक खातों में ट्रांसफर किए हैं।
जिन खातों में रुपये ट्रांसफर उन्हें किया सीज एसपी शुक्ला के अनुसार रिपुदमन सहित अन्य आरोपितों ने तीन वित्तीय वर्ष 2020-21, 2021-22, 2022-23 में कुल 122 खातों से रुपयों का गबन किया है। इनमें 103 खाते भविष्य निधि के, 10 कर्मचारियों के वेतन खाते तथा 6 कर्मचारियों का एडवांस वेतन निकाला है। इसके अलावा तीन ऐसे भी कर्मचारी हैं जिनकी मौत हो चुकी है और उनके भी रुपये निकाल लिए हैं। पुलिस ने उन सभी खातों को बैंकों से सीज करवा दिया है जिनमें रिपुदमन, धर्मेंद्र व शैलेंद्र ने रुपये ट्रांसफर किए थे। जिन बैंक खातों में रुपये ट्रांसफर हुए हैं उन खाताधारकों को रुपये आने का कारण बताना होगा, संतोषजनक जवाब नहीं पाए जाने पर उन्हें भी आरोपित बनाया जाएगा।
ससुराल में छुपा था रिपुदमन एसपी शुक्ला के अनुसार रिपुदमन को उत्तर प्रदेश के वाराणसी के गांव जोलपुर में स्थित ससुराल से गिरफ्तार किया है। वहीं दो अन्य आरोपित धर्मेंद्र व शैलेंद्र पर भी इनाम की राशि बढ़ाकर दस-दस हजार रुपये की जा रही है।
जेल अधीक्षक दिल की मरीज बनकर करवा रही थीं इलाज पुलिस ने जेल अधीक्षक उषा राज के 17 मार्च को बयान दर्ज किए थे। इसके बाद उनकी तबीयत खराब हो गई थी। हार्ट अटैक के इलाज के लिए इंदौर के अस्पताल में भर्ती थी। शुक्रवार को पुलिस जेल अधीक्षक को अस्पताल से लेकर उज्जैन पहुंची थी, वहीं पुलिस ने जेल परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की डीवीआर तथा कम्प्यूटर की हार्ड डिस्क भी जब्त कर ली है।
Posted By: Navodit Saktawat
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