श्रीगंगानगर33 मिनट पहले
श्रीगंगानगर में चंग धमाल पेश करते कलाकार।
होली पर्व करीब नौ दिन दूर है। ऐसे में शहर में होली के रसिया चंग धमाल के आयोजन करने लगे हैं। इलाका पंजाबी बहुल है, लेकिन यहां भी राजस्थानी रंग में रंगा चंग धमाल लोग पसंद कर रहे हैं। शहर में रविवार रात रवींद्र पथ पर मरुधर घूमर कला मंच ने चंग धमाल का कार्यक्रम किया। मंच के दो पुरुष सदस्यों ने मेहरी बनकर महिला पात्र निभाया वहीं पुरुष सदस्यों ने चंग की थाप पर रात करीब दस बजे तक धमाल पेश किए।
चंग धमाल के दौरान कलाकार।
आराधना से शुरुआत
चंग धमाल की शुरुआत धौळे गढ़ में राज भवानी जैसे धमाल से हुई। इसमें देवी की आराधना की गई वहीं भंगडो पीजा रे सदाशिव भोळा अमली जैसे शानदार धमाल भी पेश किए गए। इन धमाल के दौरान चंग, मजीरे और बांसुरी का तालमेल इतना शानदार था कि जिसने भी देखा बस सड़क किनारे रुक गया। इन लोगों ने देर तक धमाल पेश कर इलाके को होली के रंग में रग दिया।

चंग धमाल पेश करते कलाकार।
अगले नौ दिन की बुकिंग
मरुधर घूमर कला मंच के राकेश गुरावा बताते हैं कि उनके इस कार्यक्रम को इतना पंसद किया जा रहा है कि अगले नौ दिन तक एक भी दिन उनके पास बुकिंग खाली नहीं है। लोग एक ही दिन में दो से तीन दिन तक आयोजन के लिए भी आग्रह कर रहे हैं। होली से एक दिन पहले तो पूरा दिन दो से तीन शिफ्ट में चंग धमाल के आयोजन किए जाएंगे।

चंग धमाल पेश करते कलाकार।
हर दिन चंग धमाल के लिए लगा रहे चार घंटे
इन लोगों का होली का जुनून ऐसा है कि हर दिन चंग धमाल के लिए चार से पांच घंटे लगा रहे हैं। प्रस्तुति के दौरान पहने जाने वाले कुर्तों की धुलाई, साफों को पूरी तरह ेस तैयार करवाने और इन्हें बंधवाने में एक से दो घंटे लगते ही हैं, इसके अलावा तीन से चार घंटे तक प्रस्तुति होती है। खास बात महिला के रूप में नृत्य करने वालों की होती है। ये लोग शाम चार बजे से मेकअप करना शुरू करते हैं और सात बजे तक तैयार हो पाते हैं।
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