नागौरएक घंटा पहले
कलेक्ट्रेट में मानासर रेलवे फाटक खुलवाने की मांग को लेकर ज्ञापन देने पहुंचे शहरवासी।
नागौर कलेक्ट्रेट में सोमवार को दुकानदार और शहरवासियों ने प्रदर्शन करते हुए रेलवे फाटक खुलवाने की मांग की। इस दौरान कलेक्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा। जिसमें बताया कि 70 दिनों का कहकर जो मानासर रेलवे फाटक को जिला प्रशासन की तरफ से बंद किया गया था, उसको एक साल बीतने का समय हो चुका है।
मानासर के आसपास की कॉलोनियों के लोगों ने नागौर कलेक्ट्रेट पर विरोध प्रदर्शन करते हुए जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि फाटक बंद होने से सबसे बड़ा खामियाजा मानासर फाटक से बाहर की तरफ रहने वाले एक हजार से अधिक परिवार और करीब 5 हजार लोगों को शहर में आने का रास्ता बंद हो गया। 3 से 4 किमी अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही है। करीब 2 हजार विद्यार्थियों व कर्मचारियों को स्कूल-कार्यालय आने-जाने में परेशानी उठानी पड़ रही है। क्योंकि रेलवे फाटक के दोनों तरफ निजी स्कूल और सरकारी कार्यालय स्थित है। दुकानदार, व्यापारी और शहरवासी कलेक्ट्रेट पहुंच कर विरोध प्रदर्शन किया। वहीं रेलवे फाटक खुलवाने की मांग को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
23 फरवरी को करवाई थी फाटक बंद
एनएच की तरफ से 23 फरवरी 2022 काे आम सूचना जारी करते हुए मानासर रेलवे फाटक को स्वीकृत 2 लेन आरओबी निर्माण कार्य का हवाला देते हुए फाटक को बंद करवाया था। आम सूचना में कलेक्टर की सार्वजनिक सूचना के निर्देशों का हवाला देते हुए वैकल्पिक मार्ग से उक्त भाग में यातायात के लिए 70 दिनों के लिए हल्के व यात्री वाहनों को बासनी पुलिया से डायवर्ड किया था। जो एक वर्ष बीतने के बाद भी रेलवे फाटक को नहीं खोला गया। मानासर फाटक खोलो संघर्ष समिति के नेतृत्व में मानासर स्थित रेलवे फाटक के पास सांकेतिक धरना 7 वे दिन जारी रहा। लेकिन, रेलवे फाटक को नहीं खोला जा रहा है, जनता के साथ अन्याय है। उन्होंने बताया कि अधूरा आरओबी लोगों के लिए सुविधा की जगह दुविधा बन गया है।
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