श्रीगंगानगर32 मिनट पहले
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भारत में अशांति फैलाने में जुटे पाकिस्तान ने अब हमारे देश को आर्थिक तौर पर कमजोर करने की नापाक कोशिशें तेज कर दी हैं और इसके लिए वह ड्रोन का सहारा ले रहा है।
भारत में अशांति फैलाने में जुटे पाकिस्तान ने अब हमारे देश को आर्थिक तौर पर कमजोर करने की नापाक कोशिशें तेज कर दी हैं और इसके लिए वह ड्रोन का सहारा ले रहा है। इन्हीं डेढ़ माह में श्रीगंगानगर स्थित भारत-पाक सीमा पर पाकिस्तान से ड्रोन की 7 बार घुसपैठ हुई हैं, जिनमें 25 किलो हेरोइन (अंतरराष्ट्रीय कीमत 125 करोड़ रुपए) आई। हालांकि हमारे बीएसएफ के चौकस जवानों की बदौलत हेरोइन जब्त कर ली गई, लेकिन ड्रोन की एकाएक बढ़ी घुसपैठ ने बीएसएफ, सेना समेत तमाम सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है।
पाकिस्तान के नापाक मंसूबों का पता इसी से लगाया जा सकता है कि ड्रोन की 7 में से 5 घुसपैठ श्रीगंगानगर जिले की श्रीकरणपुर-केसरीसिंह पुर सीमा पर हुई है और इसी के सामने पाकिस्तान में आईएसआई का कैंप है। जहां वह आतंकी तैयार करता है। गौर करने वाली बात यह भी है कि राजस्थान के 4 सरहदी जिलों में ड्रोन व हेराेइन सबसे ज्यादा श्रीगंगानगर सीमा पर ही आ रही है।
रविवार को राजस्थान दौरे पर आए बीएसएफ डीजी एसएल थाउसेन ने ड्रोन व हेरोइन तस्करी की समीक्षा की। उन्होंने भी श्रीगंगानगर में ड्रोन घुसपैठ पर चिंता जताते हुए सरहद पर सुरक्षा कड़ी रखने के आदेश दिए और पाकिस्तान की हर गतिविधि का मुंहतोड़ जवाब देने को कहा।
7 में 5 घुसपैठ श्रीकरणपुर-केसरीसिंहपुर सीमा पर… वजह- यहां खेत, कई चोर रास्ते भी
1.पंजाब सीमा से सटा बॉर्डर: हेरोइन तस्कर पाकिस्तान के साथ-साथ पंजाब में छिपे हैं। चूंकि पंजाब से श्रीगंगानगर सटा हुआ है। इसलिए तस्कर अब हेरोइन डिलीवरी के लिए श्रीगंगानगर का रुख कर रहे हैं। 2 बॉर्डर पर खेती; श्रीगंगानगर, श्रीकरणपुर व रायसिंहनगर सीमा पर सरहद के समीप खेती होती है। हेरोइन डिलीवरी लेने आए तस्कर यहां फसलों में आसानी से छिप जाते हैं। हेराेइन भी फसलों में छिप जाती है।
नेटवर्क; सोशल मीडिया से हो रहा सौदा: पाकिस्तान और पंजाब में बैठे तस्कर सोशल मीडिया के जरिए ही हेरोइन तस्करी का सौदा तय करते हैं। उसी के जरिए दिन, समय और स्थान तय होता है। फिर तय समय व लोकेशन पर दोनों ओर के तस्कर पहुंचते हैं और हेरोइन डिलीवरी लेते हैं। सुरक्षा एजेंसियों की मानें तो जो हेरोइन पाकिस्तान में 20 से 30 लाख रुपए किलो बिकती है, वह भारत में 1 करोड़ रुपए तक किलो बिकती है, जबकि इसकी अंतरराष्ट्रीय कीमत 5 करोड़ रुपए किलाे है।
डिलीवरी ; नशेड़ी युवकों को लालच दे तस्कर करवा रहे हैं तस्करी: एजेंसियों से बातचीत में एक खुलासा यह भी हुआ कि पंजाब के तस्कर इन दिनों डिलीवरी के लिए एक से दो लाख रुपए का लालच देकर नशेड़ी युवकों का सहारा ले रहे हैं। इसके पीछे बड़ी वजह यह है कि नशा किए होने के कारण एजेंसियां उनसे ज्यादा सख्ताई नहीं कर पाती, जिससे मास्टरमाइंड भी एजेंसियों की पकड़ में नहीं आते। ये मास्टरमाइंड खुद बॉर्डर से काफी दूर रहते हैं, ताकि ऑपरेशन फेल होने पर तत्काल पंजाब फरार हो सकें।
3. बॉर्डर पर कई चोर रास्ते; श्रीगंगानगर से पंजाब की ओर भागने के नहरों के साथ-साथ कई चोर रास्ते हैं, जहां कोई सुरक्षा इंतजाम नहीं हैं। पंजाब के तस्कर भी इसलिए श्रीगंगानगर को चुनते हैं।
4.तस्करों की रिश्तेदारी; श्रीगंगानगर के सरहदी इलाकों की रिश्तेदारी सबसे ज्यादा पंजाब में ही है। तस्कर यहां कई दिन रुकते हैं और लोकेशन चुनते हैं। इनसे किसी को इन पर शक भी नहीं होता।
“ड्रोन व हेरोइन तस्करी की घटनाएं बढ़ने के बाद हमने बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ाई है। जवानों को हर समय चौकन्ना रहने को कहा गया है। पुलिस-प्रशासन की मदद लेकर हम पंजाब से आने-जाने वाले रास्तों पर कैमरे लगवा रहे हैं। गांवों में अभियान चलाकर ग्रामीणों को संदिग्ध व्यक्तियों व वस्तुओं को लेकर जागरूक कर रहे हैं। इसके अलावा हम अपनी सीमा चौकियों को एंटी ड्रोन तकनीक से भी लैस कर रहे हैं।”
7 बार ड्रोन की घुसपैठ… 2 मार गिराए, 5 खदेड़ दिए
4 जनवरी- रायसिंहनगर सीमा पर ड्रोन आया और हेरोइन के पैकेट गिराकर गया। बीएसएफ काे 3 किलो हेरोइन मिली।
10 जनवरी- श्रीकरणपुर से सटी केसरीसिंहपुर सीमा पर ड्रोन आया। फायरिंग में ड्रोन चला गया। वहां 5 किलो हेरोइन जब्त हुई।
15 जनवरी- रायसिंहनगर सीमा पर ड्रोन से 6 किलो हेरोइन भेजी गई। बीएसएफ ने हेरोइन समेत 2 युवक गिरफ्तार किए।
17 जनवरी- श्रीकरणपुर के 11-12 एफए गांवों के नजदीक ड्रोन आया, बीएसएफ ने फायरिंग करके उसे खदेड़ दिया।
18 जनवरी- श्रीकरणपुर के इसी गांव के नजदीक रात को ड्रोन 2 बार आया। बीएसएफ ने फायरिंग करके उसे भगाया।
4 फरवरी- केसरीसिंहपुर में ड्रोन से 6 किलो हेरोइन भेजी गई। फायरिंग में ड्रोन व हेरोइन नीचे आ गिरे, जो जब्त कर लिए गए।
7 फरवरी- श्रीकरणपुर में ड्रोन आया। बीएसएफ ने फायरिंग की। अब 21 फरवरी को मलबा एक खेत में मिला। यहां 5 किलो हेरोइन भी जब्त हुई।
इन ड्रोन व हेरोइन की सूचना देने में किसान बीएसएफ के लिए बड़े मददगार साबित हो रहे हैं। ड्रोन व हेरोइन की 7 घुसपैठ में से 3 की सूचना किसानों ने ही बीएसएफ को दी।
पुनीत रस्तोगी, आईजी, बीएसएफ, राजस्थान
“अंतरराष्ट्रीय बाॅर्डर से हाे रही मादक पदार्थ की तस्करी काे पकड़ने काे हम बीएसएफ, सेना, बीआई व अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर काॅमन प्लान बना रहे हैं। इसमें हर सुरक्षा एजेंसी अपने संसाधनाें और संपर्काें का उपयाेग कर तस्करी के नेटवर्क ताेड़ने काे काम करेगी। इस संबंध में हम एक संयुक्त बैठक जल्दी करने वाले हैं। इन प्रयासाें के परिणाम भी जल्दी ही देखने काे मिलेंगे।”
परिस देशमुख, एसपी, श्रीगंगानगर।
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