भरतपुर14 मिनट पहले
भरतपुर में जिम के बाहर 23 फरवरी की सुबह 8 बजे कारोबारी गजेंद्र सिंह उर्फ लाला पहलवान को गोली मारकर भागने वाले 4 आरोपियों को पुलिस ने शनिवार को हरियाणा के गुरुग्राम से दबोचा। शनिवार रात भरतपुर लाते वक्त कुम्हेर थाना इलाके में आरोपियों ने पुलिस के हथियार छीनकर फायर कर दिया तो जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने चारों के पैर में गोली मार दी।
इस घटना के बाद दो आरोपियों को भरतपुर के आरबीएम अस्पताल और दो आरोपियों को जयपुर के एसएमएस अस्पताल रेफर किया गया। लाल पहलवान का इलाज पहले से जयपुर के एसएमएस में चल रहा है। उसे 5 गोलियां लगी हैं। फिलहाल उसकी हालत खतरे से बाहर है।
रविवार को भरतपुर रेंज आईजी गौरव श्रीवास्तव ने इस मामले में विस्तार से जानकारी दी। रेंज आईजी ने कहा कि आरोपियों को गुड़गांव से भरतपुर लाते वक्त शनिवार रात कुम्हेर थाना इलाके (भरतपुर) के भैंसोकरा गांव में चारों बदमाशों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई। इसमें बदमाशों के पैर में गोली लगी और चारों को गिरफ्तार कर लिया गया।
इसमें से 2 बदमाशों का ज्यादा खून बहने के कारण उन्हें जयपुर रेफर करना पड़ा। बाकी दो बदमाशों का भरतपुर के आरबीएम अस्पताल में इलाज चल रहा है। 23 फरवरी की सुबह 8 बजे तीन बदमाशों ने अटलबंद थाना इलाके के वेलनेस जिम के बाहर गजेंद्र सिंह गुर्जर उर्फ लाला पहलवान पर लाठी-डंडों से हमला किया और उसे 5 गोली मारी।
इस वारदात का मास्टरमाइंड हिस्ट्रीशीटर विनोद पथैना था, जिसके कहने पर उसके 3 साथियों ने लाला पहलवान पर हमला किया। विनोद का गजेंद्र उर्फ लाला से जमीन विवाद चल रह था, इसी रंजिश में उसने गजेंद्र पर हमला करवाया।

23 फरवरी सुबह 8 बजे जिम के बाहर लाला पहलवान पर विनोद पथैना के साथियों ने जमीन विवाद को लेकर हमला किया था।
जमीन के विवाद को लेकर मारी थी गोली
आईजी गौरव श्रीवास्तव में बताया कि गजेंद्र सिंह पर तीन लोगों ने हमला किया था। दो लोग लाला पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर रहे थे और एक ने लाठियों से हमला किया। यह घटना जिम के सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई। बाद में 23 फरवरी को ही अटलबंद थाना में मामला दर्ज कराया गया।
सीसीटीवी में जो तीन व्यक्ति दिखाई दिए, उनमें एक की पहचान चंदू उर्फ़ चंद्रशेखर निवासी अनिरुद्ध नगर भरतपुर के रूप में हुई।
पुलिस ने विनोद पथैना समेत 4 आरोपियों को गुड़गांव से पकड़ा। कुम्हेर थाना इलाके भरतपुर में आरोपियों ने पुलिस के हथियार छीनकर भागने की कोशिश की तो पुलिस ने पैरों में गोली मार दी। तस्वीर विनोद पथैना की है।
घटना के बाद जब गजेंद्र से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह हमलावरों को नहीं जानता। पब्लिक प्लेस में हुई घटना से इलाके में डर फैला। गजेंद्र ने कहा कि उसको नहीं पता कि हमलावर कौन थे तो पुलिस को शक हुआ। क्योंकि गजेंद्र खुद सेवर थाना का हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ 14 मुकदमे दर्ज हैं। इस मामले पर पुलिस ने इस बात पर फोकस किया कि गजेंद्र की किसी से रंजिश तो नहीं।
अब तक ये सामने नहीं आया था कि विनोद पथैना और लाला पहलवान के बीच क्या दुश्मनी थी। अब पुलिस का कहना है कि दोनों के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। जांच में सामने आया कि एक जमीन है, जिसे लेकर गजेंद्र सिंह का कुछ आपराधिक तत्वों से विवाद चल रहा है। इसमें भरतपुर के हार्डकोर अपराधी विनोद पथैना का नाम सामने आया। विनोद को राजपासा में निरुद्ध करने की तैयारी पहले से थी।
वारदात को अंजाम देने के बाद यूपी भागे
विनोद पथैना 15 अक्टूबर 2022 को जेल से जमानत पर बाहर आया था। पुलिस ने उसे तुरंत 110 CRPC में पाबंद करवाया। इसके बाद भी विनोद ने अपनी आपराधिक गतिविधियां शुरू कर दी और जयपुर में एक व्यक्ति पर जानलेवा हमला कर रंगदारी वसूलने की कोशिश की।
इस मामले में जयपुर के शिप्रापथ थाने पर विनोद पथैना के खिलाफ मामला दर्ज हुआ। यह तब से फरार चल रहा था। इसी दौरान भरतपुर के एक स्थानीय व्यापारी से भी विनोद ने रंगदारी मांगी। इसका इतना डर था कि वह व्यापारी पुलिस के सामने आने से भी डर रहा था। पुलिस को जब गजेंद्र सिंह पर फायरिंग मामले में विनोद के शामिल होने का इनपुट मिला तो पुलिस ने खुद से इस मामले में FIR दर्ज की।

विनोद के खिलाफ भरतपुर एसपी श्याम सिंह ने राजपासा में एक इस्तगासा कलेक्टर के यहां भेजा। इसके बाद राज्य सरकार से शक्तियां लेकर विनोद पथैना के खिलाफ राजपासा में निरुद्ध करने का ऑर्डर पास हुआ। इसकी पूरी तैयारी कर ली गई थी।
फायरिंग के आरोपियों को पकड़ने के लिए एडिशनल एसपी भरतपुर ब्रजेश उपाध्याय के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। इसमें स्थानीय पुलिस और DST टीम ने भी काम किया। जांच के दौरान सामने आया कि ये आरोपी लाला को गोली मारने के बाद मथुरा होते हुए हाथरस की तरफ निकले हैं।
इसे कन्फर्म करने के लिए सादा वर्दी में पुलिसकर्मी वहां भेजे गए। फिर से जैसे ही जांच आगे बढ़ी तो शनिवार को एक सूचना मिली कि हरियाणा के गुड़गांव में ये चारों हो सकते हैं। बिना समय गंवाए दो टीमें गुड़गांव के लिए रावाना हो गईं।
एक टीम अटलबंद थाना और दूसरी DST की टीम थी। सूचना सही निकली और पुलिस को गुड़गांव में वह ब्लैक स्कॉर्पियो मिल गई, जिसका इस्तेमाल आरोपियों ने 23 फरवरी को वारदात के दिन किया था। स्कॉर्पियो के नेम प्लेट पर आगे पीछे स्टिगर लगा हुआ था। तुरंत स्कोर्पियो की घेराबंदी की गई।
उसमें बैठे चारों लोगों को काबू किया गया। उसमें विनोद पथैना, चंदू उर्फ चंद्रशेखर, प्रेमवीर और भीमा थे। चंदू, प्रेमवीर और भीमा ने गजेंद्र सिंह से मारपीट की थी। इस घटना का मुख्य सूत्रधार विनोद पथैना था।
टॉयलेट के बहाने रुककर भागने की कोशिश
आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस भरतपुर के लिए रवाना हुई। टीमों को हिदायत दी गई कि बिना रुके आरोपियों को लेकर भरतपुर आना है। रास्ते में कई बार आरोपियों ने पानी टॉयलेट के बहाने से रुकने का बहाना किया, लेकिन टीम ने कहा कि जब तक भरतपुर जिले में प्रवेश नहीं करेंगे तब तक नहीं रुकेंगे।
शनिवार देर रात कुम्हेर से होते हुए टीम भरतपुर आ रही थी। अपराधियों के बार-बार कहने पर टीम हथियारों के साथ कुम्हेर इलाके में रुकी। सभी अपराधियों को किसी न किसी पुलिसकर्मी ने पकड़ रखा था। रात करीब 12 बजे विनोद ने खुद को पुलिसकर्मी से छुड़ाने के प्रयास किया।
उसने अपने साथियों को भी कहा कि पुलिस के हथियार छीन लो और भागो। इस दौरान प्रेमवीर और भीमा ने पुलिस से उसके हथियार छीन लिए। पुलिस के हथियारों से पुलिसकर्मियों पर ही फायर किया। पुलिसकर्मियों ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की।
बदमाशों को पकड़ने के लिए उनके पैरों की तरफ फायर किए। दो आरोपियों के पैर में गोली लगने के बाद वे वहीं गिर गए। तुरंत दोनों को काबू पाकर उनसे हथियार छीने गए। सड़क के किनारे खेत से कूदकर विनोद ने भागने की कोशिश की, पुलिसकर्मियों ने रोकने के लिए उस पर फायर किए तो उसके दोनों पैरों में गोली लगी और वह भी वहीं गिर गया।
चंदू जब पुलिसकर्मी से हथियार छीनने की कोशिश कर रहा था तो उसी समय एक हथियार से फायर हुआ और चंदू के पैर में जा लगा। इस मुठभेड़ में पुलिसकर्मियों के मामूली चोटें आईं। इसके बाद पुलिस आरोपियों को लेकर आरबीएम अस्पताल पहुंची और इनका इलाज करवाया।
पुलिस ने आरोपियों पर किए 18 राउंड फायर
विनोद पथैना और चंदू का ज्यादा खून बहने के कारण उन्हें जयपुर रेफर कर दिया गया। प्रेमवीर और भीमा का आरबीएम अस्पताल में इलाज चल रहा है। इलाज के बाद चारों को गिरफ्तार किया जाएगा। विनोद पथैना पर DGP की तरफ से 25 हजार का इनाम घोषित है। उस पर राजस्थान में 21 मामले दर्ज हैं। इस मुठभेड़ में पुलिस की तरफ से 18 राउंड फायर हुए और आरोपियों की तरफ से 4 राउंड फायर किए गए।
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