जयपुर43 मिनट पहले
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संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार और दृश्य भारती संस्था की ओर से दो दिवसीय भारतीय लोक नृत्य प्रस्तुति के अंतिम दिन कृष्ण की बरसाने में होली और कालिया मर्दन के दृश्यों ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार और दृश्य भारती संस्था की ओर से दो दिवसीय भारतीय लोक नृत्य प्रस्तुति के अंतिम दिन कृष्ण की बरसाने में होली और कालिया मर्दन के दृश्यों ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस नृत्य नाटिका का निर्देशन ममता पालीवाल और चित्रांश पालीवाल ने किया। काली दह लीला मे कृष्ण की मोहिनी सूरत, गोपियों के संग बरसाने में होली, नटखट अदाओं ने भगवान कृष्ण की लीलाओ को जीवंत कर माहौल को कृष्ण मये बना दिया । भगवान श्री कृष्ण यशोदा के आंगन में बड़े होते हैं, कभी छुपकर मिट्टी खाना, माखन खाना, उनकी मोहनी सूरत को देखकर गोपियों का छेड़खानी करना, माखन चुराना, फिर ग्वालो के संग यमुना नदी के किनारे काली देह में गेंद से खेलना सहित कई प्रसंगों को नाटक में दिखाया गया। काली दह लीला नृत्य नाटिका में उमा शर्मा, विनोद छाबड़ा, अर्जुन सिंह राठौर, राहुल बेरवा, परिषद सिंह, लोचन हांडा, काजल चौहान, बबीता शर्मा, कृतिका अग्रवाल, आयुषी तवर, लविश, कनिष्क, कनिष्का शर्मा सहित कई ने अभिनय किया। मंच पर पार्थ शर्मा, वर्णिका, खुशी, आदित्य, दिव्य, सक्षम, मोनिका जाट, मोहित कुमार बेरवा, विजय राजोरिया, चित्रांश, नमन, अनन्या जांगिड़ भी नजर आए। कलाकारों ने सजीव अभिनय से कृष्ण की लीलाओं को ऐसा रूप दिया कि लोग कृष्ण की जय-जयकार करने लगे।
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