श्रीगंगानगर3 घंटे पहले
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श्रीगंगानगर शहर में प्रथम और द्वितीय अध्यापक भर्ती परीक्षा रोकने के लिए रविवार को दिनभर मोबाइल इंटरनेट बंद रहा।
श्रीगंगानगर शहर में प्रथम और द्वितीय अध्यापक भर्ती परीक्षा रोकने के लिए रविवार को दिनभर मोबाइल इंटरनेट बंद रहा। इससे लाेगों ने रविवार का अवकाश परिवार के साथ सुकून के साथ बिताया। वहीं, ऑनलाइन क्लासेज व यूपीआई ट्रांजेक्शन सहित कई तरह को कामकाज प्रभावित होने से लोग परेशान भी हुए। परीक्षा केंद्र होने से श्रीगंगानगर शहरी क्षेत्र मे संभागीय आयुक्त के आदेश पर सुबह 6 से शाम 6 बजे तक 12 घंटे की नेटबंदी की गई थी। शनिवार को भी नेटबंदी थी लेकिन तब इसे दोपहर बाद लागू किया गया था। डेढ़ वर्ष बाद इंटरनेट बंद होने से यूजर्स को अटपटा महसूस हुआ।
सामान्यतया ज्यादातर लोगों की शुरुआत माेबाइल इंटरनेट से हाेती है। माेबाइल फाेन पर काॅलिंग कम और इंटरनेट का उपयाेग ज्यादा हाेता है। छुट्टी के दिन माेबाइल फाेन से साेशल मीडिया पर पाेस्ट करना, स्टेट्स अपडेट करना और चैटिंग में ज्यादा समय बीतता है। परिवार के सदस्य अपने माेबाइल फाेन में ही व्यस्त रहते हैं।
रविवार काे इंटरनेट बंद हाेने से ज्यादातर परिवाराें ने सुकून के साथ आपसी बातचीत करने में समय व्यतीत किया। कब शाम के छह बजे और इंटरनेट सर्विस बहाल हो, हर मोबाइल यूजर को इसका इंतजार रहा। जवाहरनगर निवासी सुरेश कुमार के अनुसार बगैर इंटरनेट के दिन अच्छी तरह से बीता। छुट्टी के दिन का अच्छी तरह से उपयोग हो सका।
वैभव ने इंग्लिश स्पीकिंग का ऑनलाइन कोर्स ले रखा है। कामकाजी लोगों के लिए रविवार को कक्षाएं लगती हैं। विचार-विमर्श का सेशन भी होता है। इंटरनेट बंद होने से ऑनलाइन क्लास मिस करनी पड़ी। वैभव के अनुसार उसने टीचर से कुछ शंकाओं का समाधान भी करवाना था। इंटरनेट बंद होने से क्लास से वंचित रहना है। अब रिकॉर्डिंग सुननी पड़ेगी।
अगर इंटरनेट बंद नहीं होता तो शायद क्लास प्रभावित नहीं होती। शिक्षक भर्ती व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी वाले अभ्यर्थी भी ऑनलाइन क्लासेज लगवाते हैं। सोशल मीडिया चैनल्स से रिकॉर्डिंग सुन कर तैयारी करते हैं। इनकी क्लासेज नहीं लगी। कइयों को नोट्स पढ़कर तैयारी जारी रखनी पड़ी।
पेमेंट ट्रांजेक्शन,डिलीवरी और बुकिंग भी प्रभावित: माेबाइल फाेन से कैश ट्रांजेक्शन का यूपीआई सिस्टम भी बंद रहा। सब्जी विक्रेता कृष्ण कुमार के अनुसार छुट्टे रुपयों के झंझट से बचने के लिए ज्यादातर शहरी ग्राहक फल व सब्जियों की खरीदारी करने के बाद नकदी देने की बजाय यूपीआई करने को ही तरजीह देता है।
रविवार को कैश लेनदेन से ही काम चलाना पड़ा। इससे ग्राहकों व दुकानदारों, दोनों को ही परेशानी हुई। ऑनलाइन फूड बुक न होने से दिनभर डिलीवरी प्रभावित रही। इससे डिलीवरी से जुड़े व्यक्तियों का काम बंद रहा। रेलवे और बस कंपनियों की टिकटें भी ऑनलाइन बुक नहीं हाे सकीं। हालांकि रविवार होने से बैंक और कारोबार बंद थे। अगर कार्य दिवस पर इंटरनेट बंद रहता तो बैंकिंग लेन देन अटकने से लोगों की परेशानी और बढ़ती।
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