उत्तर प्रदेश सरकार ने बुधवार को आवंटन का प्रस्ताव रखा 2023-24 के बजट में आवारा पशुओं के रख-रखाव के लिए 750 करोड़ रुपये। इसने एक और भी चिन्हित किया बड़े गौ संरक्षण केन्द्रों की स्थापना के लिए 120 करोड़।
वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने अपने बजट भाषण में कहा, “राज्य के सभी जिलों में 187 प्रस्तावित बड़े गौ संरक्षण केंद्रों में से 171 केंद्रों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।” उन्होंने कहा, “बुंदेलखंड के सभी जिलों में पांच-पांच गौ संरक्षण केंद्र काम कर रहे हैं।”
सरकारी खर्च से राज्य के 6,000 से अधिक गौ संरक्षण केंद्रों में लगभग 10 लाख आवारा मवेशी रह रहे हैं उनके रखरखाव पर प्रति गाय प्रति माह 900। अन्य 1.50 लाख आवारा गायों को लोगों ने गोद लिया है। माना जाता है कि लगभग 1.50 लाख आवारा मवेशी अभी भी घूम रहे हैं और सरकार ने उन्हें पकड़ने और संरक्षण केंद्रों में रखने के लिए एक अभियान शुरू किया है।
, 116. 52 करोड़ – पशु रोगों की रोकथाम
, 3.44 करोड़ – उन जिलों में भेड़-पालन योजना जहां भेड़ें प्रमुख पशुधन हैं
, 257. 50 करोड़ – प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजनान्तर्गत मछली बाजार
, 10 करोड़ – मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना
, 5 करोड़ – निषादराज नाव सब्सिडी योजना
, 86.95 करोड़ – मौजूदा दुग्ध संघों को मजबूत और पुनर्जीवित करने की योजना
, 61.21 करोड़ – नंद बाबा दुग्ध मिशन का कार्यान्वयन
, 60 करोड़ – मेरठ और वाराणसी जिलों में डेयरी परियोजनाएं
, 25 करोड़ – उत्तर प्रदेश डेयरी विकास एवं दुग्ध उत्पाद प्रोत्साहन नीति, 2022 के अंतर्गत स्थापित होने वाली दुग्ध उद्योग की इकाइयों को वित्तीय अनुदान, रियायतें एवं अन्य सुविधाएं
Source link
Recent Comments