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उल्लेखनीय है कि सहायता एजेंसी अगस्त 2021 में देश पर तालिबान का कब्जा होने और अर्थव्यवस्था के ध्वस्त होने के बाद से अफगान लोगों को भोजन, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में मदद कर रही है लेकिन तालिबान द्वारा पिछले साल दिसंबर में महिलाओं के काम करने पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद सहायता पहुंचाने में एजेंसी को मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है।
संयुक्त राष्ट्र खाद्य एजेंसी ने सोमवार को कहा कि अफगानिस्तान की अगले छह महीने तक मदद करने के लिए तत्काल 80 करोड़ डॉलर की जरूरत है क्योंकि वहां पर गत 25 साल के सबसे बड़े सूखे का खतरा है।
उल्लेखनीय है कि सहायता एजेंसी अगस्त 2021 में देश पर तालिबान का कब्जा होने और अर्थव्यवस्था के ध्वस्त होने के बाद से अफगान लोगों को भोजन, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में मदद कर रही है लेकिन तालिबान द्वारा पिछले साल दिसंबर में महिलाओं के काम करने पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद सहायता पहुंचाने में एजेंसी को मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है।
विश्व खाद्य कार्यक्रम ने कहा कि महिला कर्मी एजेंसी द्वारा खाद्यान्न और पोषक तत्वों के वितरण में अहम भूमिका निभाती हैं और वह यथासंभव सहायता कार्य को जारी रखने की कोशिश करेंगी। साथ ही एजेंसी यह भी प्रयास करेगी कि महिला कर्मी सक्रिय रूप से काम करें।
संगठन ने कहा, ‘‘विश्व खाद्य कार्यक्रम को अगले छह महीने तक अफगानिस्तान में सहायता जारी रखने के लिए तत्काल 80 करोड़ डॉलर की जरूरत है। विनाशकारी भूख अफगानिस्तान के दरवाजे पर खड़ी है और स्थायी मानवीय सहायता की जरूरत है।हजारों अफगानियों को जिंदा रहने के लिए सहायता की जरूरत है।
Disclaimer:प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।
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