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जयशंकर ने ये भी कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने एलएसी पर दुर्गम इलाकों में फौज को तैनात करने का फैसला किया और आज दुनिया भारत की इस मजबूती और ताकत को देख रही है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि चीन के साथ संबंध तब तक सामान्य नहीं होंगे, जब तक कि कोविड लॉकडाउन की शुरुआत में हुए फेस ऑफ मुद्दे का समाधान नहीं हो जाता। हैदराबाद में ‘भारत की जी20 प्रेसीडेंसी’ पर फोरम फॉर नेशनलिस्ट थिंकर्स, हैदराबाद चैप्टर टॉक को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि चीन के साथ संबंध तब तक नहीं सुधरेंगे जब तक कि टकराव का हल नहीं हो जाता। जयशंकर ने ये भी कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने एलएसी पर दुर्गम इलाकों में फौज को तैनात करने का फैसला किया और आज दुनिया भारत की इस मजबूती और ताकत को देख रही है।
जयशंकर ने बिना नाम लिए 1962 के युद्ध का जिक्र करते हुए चीन से पराजय का मुद्दा भी उठाया। न्होंने कहा कि पीएम मोदी ने जवानों को एलएसी पर पूरी तैयारी के साथ भेजा है। जबकि, पहले जवानों को बिना तैयारी के भेजा गया और उसका नतीजा हम देख चुके हैं। उन्होंने आश्वासन देते हुए आगे कहा कि मैं आपको बता सकता हूं कि पूरी दुनिया ने इस पर ध्यान दिया है। उन्होंने यह भी नोट किया है कि तब से हम मजबूती से खड़े हैं। हमने यह बिल्कुल स्पष्ट कर दिया है कि जब तक इस मुद्दे का समाधान नहीं हो जाता, हमारे संबंध चीन के साथ सामान्य नहीं होगा।
जयशंकर ने कहा कि इस साल जी20 के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री स्तर के सम्मेलनों के अलावा 15 मंत्री स्तरीय बैठकें भी होंगी। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी ने आज पूरी दुनिया पर गहरा मनोवैज्ञानिक प्रभाव डाला है और इस तरह की नाराजगी की भावना है कि विकसित देशों ने महामारी के दौरान खुद के बारे में ही सोचा। जयशंकर ने कहा कि भारत को छोड़कर कुछ ही देशों ने बाकी दुनिया के बारे में सोचा।
World has taken “note” of how India has stood “firm” with China & until “resolution of the issue takes place, relationship will not be normal”, says EAM Jaishankar pic.twitter.com/Pzg7CFSLeG
— Sidhant Sibal (@sidhant) February 26, 2023
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