Monday, March 27, 2023
spot_img

Imran Khan का भाषण प्रसारित करने पर Pakistan के निजी चैनल पर गिरी गाज

प्रतिरूप फोटो

Google Creative Commons

पाकिस्तान इलेक्ट्रोनिक मीडिया नियामकीय प्राधिकरण (पीईएमआरए) ने रविवार रात को विभिन्न सेटेलाइट टेलीविजन चैनल पर 70 वर्षीय पूर्व प्रधानमंत्री खान के सीधा या रिकार्डेड भाषण के प्रसारण पर रोक लगा दी थी। उससे पहले इस्लामाबाद पुलिस खान को गिरफ्तार नहीं कर पायी थी।

पाकिस्तान के मीडिया नियामक द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के भाषण के प्रसारण पर पाबंदी लगाने के कुछ घंटे बाद एआरवाई टीवी का प्रसारण एक दिन पहले उनका भाषण प्रसारित करने को लेकर सोमवार को बंद कर दिया गया।
पाकिस्तान इलेक्ट्रोनिक मीडिया नियामकीय प्राधिकरण (पीईएमआरए) ने रविवार रात को विभिन्न सेटेलाइट टेलीविजन चैनल पर 70 वर्षीय पूर्व प्रधानमंत्री खान के सीधा या रिकार्डेड भाषण के प्रसारण पर रोक लगा दी थी। उससे पहले इस्लामाबाद पुलिस खान को गिरफ्तार नहीं कर पायी थी।

एआरवाई का प्रसारण फिलहाल नहीं हो रहा है। फिलहाल नियामक द्वारा पाबंदी का संदेश ही दिखता है। ऐसा माना जाता है कि एआरवाई खान के प्रति सहानुभूति रखता है। इस चैनल के विरूद्ध अतीत में भी कार्रवाई की गयी है।
पीईएमआरए के आदेश में कहा गया है, ‘‘ यह देखा गया है कि तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष अपने भाषणों/बयानों से लगातार बेबुनियाद आरोप लगा रहे है तथा सरकारी संगठनों एवं अधिकारियों के खिलाफ भड़काऊ बयान देकर नफरती भाषण दे रहे हैं जिससे कानून व्यवस्था को लेकर समस्या उत्पन्न हो सकती है और शांति में खलल पड़ सकती है।’’

उसमें कहा गया है, ‘‘इसलिए सक्षम प्राधिकार यानी पीईएमआरए के अध्यक्ष सभी सेटेलाइट चैनल पर तत्काल प्रभाव से श्री इमरान खान के भाषण/ प्रेस वार्ता (रिकार्डेड या सीधा’) के प्रसारण/पुन: प्रसारण पर रोक लगाते हैं।’’
पीईएमआरए ने टीवी चैनलों को चेतावनी दी है कि इस आदेश का पालन नहीं करने पर उनका लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा।
रविवार को इस्लामाबाद पुलिस इस संदेह के आधार पर गिरफ्तारी वारंट लेकर खान के गिरफ्तार करने के लिए लाहौर गयी थी कि वह अदालत में पेश होने से बच रहे हैं।
लेकिन पुलिस को कहा गया है कि खान अपने घर पर नहीं है। हालांकि कुछ देर बाद वह घर के बाहर आये और तीखा भाषण दिया, फलस्वरूप यह कार्रवाई की गयी है।

Disclaimer:प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।



अन्य न्यूज़




Source link

RELATED ARTICLES
- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments