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अंतरराष्ट्रीय आपराधिक अदालत ने रूस पर दबाव बढ़ा दिया है। उसने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन तथा बाल अधिकार आयुक्त मारिया ल्वोवा बेलोवा को 17 मार्च को गिरफ्तारी वारंट जारी कर उन पर यूक्रेन से बच्चों के अपहरण का आरोप लगाया है।
यूक्रेन के एक बचाव संगठन के प्रमुख माइकोला कुलेबा ने कहा कि वह युद्ध के दौरान रूस ले जाए गए 31 बच्चों को वापस लेकर आए हैं।
कुलेबा ने शनिवार को कीव में एक संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। वह ‘सेव यूक्रेन’ संगठन के कार्यकारी निदेशक हैं।
यूक्रेन पर रूस द्वारा 24 फरवरी 2022 को हमला किए जाने के बाद से ही यूक्रेनी बच्चों को स्वदेश लाना एक बड़ा मुद्दा रहा है। अंतरराष्ट्रीय आपराधिक अदालत ने रूस पर दबाव बढ़ा दिया है। उसने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन तथा बाल अधिकार आयुक्त मारिया ल्वोवा बेलोवा को 17 मार्च को गिरफ्तारी वारंट जारी कर उन पर यूक्रेन से बच्चों के अपहरण का आरोप लगाया है।
‘इंटरनेशनल कमिटी ऑफ द रेड क्रॉस’ (आईसीआरसी) के प्रवक्ता जैसन स्त्राजियुसो ने इस सप्ताह कहा था कि उनका संगठन ‘‘अलग हुए परिवारों के बीच संपर्क बहाल करने तथा उन्हें फिर से मिलाने के लिए’’ बेलोवा के संपर्क में है।
बेलोवा ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अनौपचारिक बैठक में कहा कि बच्चों को उनकी सुरक्षा के लिए ले जाया गया था, उनका अपहरण नहीं किया गया था। बहरहाल, अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस दावे को खारिज किया है।
संयुक्त राष्ट्र में यूक्रेन के राजदूत सर्गेई किस्लित्सिया ने बुधवार को ट्विटर पर दिए एक बयान में कहा कि 19,500 से अधिक बच्चों को उनके परिवारों या अनाथालयों से कब्जे में लिया गया तथा उन्हें जबरन रूस भेजा गया।
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