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संगठन के मुताबिक करीब तीन लाख 20 हजार अन्य लोगों ने मिस्र, दक्षिण सूडान, चाड, इथियोपिया, द सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक और लीबिया जैसे पड़ोसी देशों में शरण ली। जनरल अब्देल-फतह बुरहान के नेतृत्व वाली सेना और जनरल मोहम्मद हमदान दगालो के नेतृत्व वाली रैपिड सपोर्ट फोर्सेज के बीच महीनों तक चले तनाव के बाद 15 अप्रैल को जंग शुरू हुई।
सूडान की सेना और एक शक्तिशाली अर्धसैनिक बल के बीच संघर्ष में 13 लाख से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र प्रवासन एजेंसी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
प्रवासन के लिए अंतरराष्ट्रीय संगठन ने कहा कि संघर्ष के चलते सूडान में 10 लाख लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित इलाकों में जाने के लिये मजबूर हुए।
संगठन के मुताबिक करीब तीन लाख 20 हजार अन्य लोगों ने मिस्र, दक्षिण सूडान, चाड, इथियोपिया, द सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक और लीबिया जैसे पड़ोसी देशों में शरण ली।
जनरल अब्देल-फतह बुरहान के नेतृत्व वाली सेना और जनरल मोहम्मद हमदान दगालो के नेतृत्व वाली रैपिड सपोर्ट फोर्सेज के बीच महीनों तक चले तनाव के बाद 15 अप्रैल को जंग शुरू हुई।
संघर्ष ने देश में लोकतंत्र के बहाल होने की सूडानी लोगों की उम्मीदों को पटरी से उतार दिया। अक्टूबर 2021 में दो जनरलों के नेतृत्व में एक सैन्य तख्तापलट से लोकतांत्रिक व्यवस्था खत्म हो गई थी।
संघर्ष ने लोकतंत्र के लिए देश के नाजुक संक्रमण को बहाल करने की सूडानी उम्मीदों को पटरी से उतार दिया, जो अक्टूबर 2021 में दो जनरलों के नेतृत्व में एक सैन्य तख्तापलट से बाधित हो गया था।
सूडानी डॉक्टर्स सिंडिकेट के हालिया नंबरों के अनुसार, संघर्ष में कम से कम 863 नागरिकों की मौत हुई है, जिनमें कम से कम 190 बच्चे शामिल हैं, और 3,530 से अधिक अन्य घायल हुए हैं।
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